मनीषा शर्मा। राजस्थान माइंस विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में राजस्व अर्जन में नया रिकॉर्ड कायम किया है। माइंस एवं पेट्रोलियम सचिव आनंदी ने बताया कि इस तिमाही में 1977 करोड़ 26 लाख रुपये का राजस्व जमा हुआ है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि के 1746 करोड़ 55 लाख रुपये से 13% अधिक है।
मुख्यमंत्री और खान मंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में विभाग ने यह सफलता प्राप्त की है। विभागीय मॉनिटरिंग व्यवस्था को मजबूत करने, नियमित समीक्षा, मिनरल ब्लॉकों की ई-नीलामी, अवैध खनन गतिविधियों पर कार्रवाई, और नियमित मॉनिटरिंग से यह उपलब्धि हासिल की गई है।
जयपुर, भीलवाड़ा और भरतपुर एसएमई कार्यालयों ने राजस्व अर्जन में सबसे अधिक योगदान दिया है। एसएमई जयपुर ने तिमाही लक्ष्य का 112.37% अर्जित किया। भीलवाड़ा और भरतपुर एसएमई कार्यालय दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि विभाग ने समन्वित और समग्र प्रयासों से राजस्व बढ़ोतरी में बेहतरीन परिणाम प्राप्त किए हैं। विभाग द्वारा अवैध खनन और परिवहन गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है, जिससे सकारात्मक प्रभाव सामने आए हैं।
टीम भावना और परस्पर समन्वय से राजस्व संग्रहण में यह सफलता संभव हो सकी है। सभी कार्यालयों ने लक्ष्यों से अधिक राजस्व अर्जित किया है, जिससे राज्य का माइंस विभाग राजस्व अर्जन में एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है।