शोभना शर्मा। राजस्थान में पिछली अशोक गहलोत सरकार के समय विदेशी उच्च शिक्षण संस्थानों में पढाई के लिए शुरू की गई एकेडमिक एक्सीलेंस स्कॉलरशिप योजना (Academic Excellence Scholarship Scheme)के तहत अब लाभार्थी छात्र-छात्राओं की संख्या 200 से बढाकर 500 कर दी गई है। इस योजना के तहत कॉलेज शिक्षा निदेशालय (Directorate of College Education) ने छात्रों से आवेदन मांगना शुरू कर दिया है। सरकार ने इस योजना में कई बदलाव भी किए हैं। योजना का नाम पहले राजीव गांधी के नाम पर था, जो अब बदलकर स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया है। साथ ही इस योजना में अब विदेशी के साथ ही देश के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थान भी शामिल कर दिए गए हैं।
इसके साथ ही विभिन्न चरणों में चयन की प्रक्रिया कर यह भी तय किया गया है कि 25 लाख से अधिक आय वाले परिवारों के बच्चों का चयन सिर्फ उसी स्थिति मे किया जाएगा जब इससे कम आय वाले परिवारों के छात्र पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं होंगे। इसके साथ ही 25 लाख से अधिक आय वाले परिवारों के बच्चों का चयन होता है, उन्हें सिर्फ ट्यूशन फीस का भुगतान किया जाएगा, विदेश में रहने के खर्च नहीं दिया जाएगा। कॉलेज शिक्षा आयुक्त पुखराज सेन ने बताया कि योजना में फिलहाल E-1 श्रेणी ही शामिल की जा रही है।