मनीषा शर्मा। राजस्थान सरकार ने लड़कियों को कृषि शिक्षा में प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य सरकार के अधीन कृषि आयुक्तालय ने घोषणा की है कि कृषि विषय लेकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं को 15 से 40 हजार रुपए तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण परिवेश में लड़कियों को कृषि की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करना है। 2024-25 सत्र के लिए इस योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसकी अंतिम तिथि 31 जनवरी 2025 रखी गई है।
कितनी कक्षाओं के लिए कितनी राशि मिलेगी?
इस योजना के तहत अलग-अलग कक्षाओं में अध्ययनरत छात्राओं को निम्नलिखित प्रोत्साहन राशि दी जाएगी:
- सीनियर सेकेंडरी (11वीं और 12वीं): कृषि विषय लेकर मान्यता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को 15 हजार रुपए प्रतिवर्ष दिए जाएंगे।
- स्नातक (बैचलर डिग्री): कृषि विषय में स्नातक करने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए प्रतिवर्ष अधिकतम 3 वर्षों के लिए मिलेंगे।
- स्नातकोत्तर (मास्टर डिग्री): कृषि विषय में पोस्टग्रेजुएशन करने वाली छात्राओं को 25 हजार रुपए प्रतिवर्ष दिए जाएंगे।
- पीएचडी: कृषि में पीएचडी करने वाली छात्राओं को 40 हजार रुपए प्रतिवर्ष अधिकतम 3 वर्षों के लिए दिए जाएंगे।
आवेदन प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज
इस योजना के तहत प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए छात्राओं को राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन करने के लिए छात्राएं ई-मित्र के माध्यम से या स्वयं अपनी एसएसओ आईडी का उपयोग कर आवेदन कर सकती हैं। आवेदन संबंधित जिले के संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार जिला परिषद को ऑनलाइन जमा करना होगा।
आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों को तैयार रखें:
- अंकतालिका: पिछले वर्ष की अंकतालिका अपलोड करना आवश्यक होगा।
- मूल निवासी प्रमाण पत्र: छात्रा को राजस्थान का मूल निवासी होने का प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा।
- प्रमाण पत्र: प्रिंसिपल की ओर से यह प्रमाण पत्र अपलोड होगा कि छात्रा कृषि संकाय वाले राजकीय या मान्यता प्राप्त विद्यालय/कॉलेज में पढ़ाई कर रही है और वह फेल नहीं हुई है।
- फेल नहीं होने का प्रमाण: इस बात का प्रमाण भी अपलोड करना होगा कि छात्रा ने उसी कक्षा में दोबारा प्रवेश नहीं लिया है और वह फेल नहीं हुई है।
आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2025 है, और इसके बाद प्राप्त हुए आवेदनों पर विचार नहीं किया जाएगा।
किन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ?
- योजना के अंतर्गत वही छात्राएं पात्र होंगी जो राजस्थान की मूल निवासी हों और सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल, कॉलेज, या विश्वविद्यालय में कृषि विषय लेकर पढ़ाई कर रही हों।
- जिन छात्राओं ने पिछले वर्ष फेल होकर उसी कक्षा में पुनः प्रवेश लिया है, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
- श्रेणी सुधार के लिए दोबारा उसी कक्षा में प्रवेश लेने वाली छात्राएं भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकेंगी।
योजना का उद्देश्य और लाभ
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण परिवेश की छात्राओं को कृषि शिक्षा में प्रोत्साहित करना है। राजस्थान जैसे राज्य में, जहां कृषि प्रमुख उद्योग है, यह योजना लड़कियों को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने और रोजगार के नए अवसर पाने के लिए प्रेरित करेगी। साथ ही, इससे कृषि शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी और राज्य की कृषि उन्नति को भी बढ़ावा मिलेगा।