शोभना शर्मा। पुराने समय से ही राजाओं की धरती और रजवाड़ों के नाम से प्रसिद्ध राजस्थान ( Rajasthan) अपनी संस्कृति और वैभव के लिए देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान रखता है। आज हम बात करने वाले हैं राजस्थान कि उन कुछ मशहूर चीजों के बारे में जिन्हें देखने के बाद लोग मंत्र मुक्त हो जाते हैं।
पर्यटन स्थल और इतिहास
राजस्थान का गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक स्थल पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर जिसे पिंक सिटी के नाम से जाना जाता है यह शहर पर्यटकों को मुगलों और राजपूतों के युग में वापस ले जाता है। जयपुर के अल्बर्ट हॉल संग्रहालय,आमेर का किला, जंतर मंतर, जल महल सिटी पैलेस, मोती डूंगरी गणेश और नाहरगढ़ का किला प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। उदयपुर को झीलों की नगरी कहा जाता है ये शहर ऐतिहासिक पिछोला झील, फतेह सागर झील, उदय सागर झील के साथ-साथ यहां की सुंदर महलों के लिए जाना जाता है। यहां पर सहेलियों की बड़ी, गणगौर घाट, बागौर की हवेली, सज्जनगढ़ के साथ-साथ अन्य कई ऐतिहासिक धरोहर है। सूर्यनगरी के नाम से प्रसिद्ध है जोधपुर में मेहरानगढ़, खेजड़ला किला, चामुंडा माता मंदिर,रानीसर और पदमसर झील सहित कई पर्यटन स्थल है जो इतिहास प्रेमियों के लिए खास है।
जैसलमेर का किला पटवों की हवेली सैम सैन्ड ड्युल, थार हेरीटेज म्यूजियम, नथमल की हवेली, गड़ीसर झील, जैन मंदिर देखने लायक है।
इसके अलावा अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, विश्व का एकमात्र ब्रह्मा मंदिर पुष्कर में, पुष्कर झील, आनासागर झील, फायसागर झील, ढाई दिन का झोपड़ा, तारागढ़ हैप्पी वैली अन्य कई देखने लायक जगह है।
राजस्थानी खानपान
राजस्थान को राजवाड़े की जगह माना जाता है और यहां के लोगों चटपटे और मसालेदार खानपान की शौकीन है। यहां के शाकाहारी खानपान के साथ-साथ मीट भी प्रसिद्ध है। दाल बाटी चूरमा राजस्थान का प्रसिद्ध खोज है जो कि देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इसके अलावा गट्टे की सब्जी, लाल मांस, मावा कचौड़ी प्याज की कचोरी केर सांगरी आदि भी राजस्थान के प्रसिद्ध भोज हैं।
राजस्थानी मेले और त्यौहार
राजस्थान में होली, दिवाली और अन्य त्योहारों के साथ-साथ गणगौर तीज, मेवाड़ महोत्सव, तेजाजी का मेला, गोगाजी का मेला, रामदेवरा का मेला, पतंग महोत्सव और रेगिस्तान महोत्सव आदि बड़े धूमधाम से मनाये जाते हैं इसके अलावा राजस्थान का पुष्कर का पशु मेला विश्व प्रसिद्ध है जिसे ऊंट मेला भी कहा जाता है।
क्षेत्रीय भाषाएं
राजस्थान में कई भाषाएं बोली जाती है जिसमें ब्रज भाषा, मेवाती भाषा, मारवाड़ी शेखावाटी हाडोती भाषाएं शामिल है इसके अलावा राजस्थान के लोग हिंदी भाषा का प्रयोग भी बहुत बेहतरीन तरीके से करते हैं। राजस्थान की कला विश्व विख्यात है चाहे पर यहां का लोक नृत्य हो या हस्तकला। राजस्थान के लोक नृत्य में घूमर कालबेलिया गियर कठपुतली कच्ची घोड़ी और चारी आदि शामिल है। इसके अलावा बात की जाए तो राजस्थान में बनाई गई जूतियां बहुत प्रसिद्ध होती हैं यहां की जूतियां पर विशेष कढ़ाई की जाती है साथ ही यहां चमड़े से बने जूते चप्पल और पर्स बैग आदि भी बहुत चलन में रहते हैं।