मनीषा शर्मा। बिहार की राजनीति आज एक ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने जा रही है, जब जनता दल के नेता नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर राजनीतिक इतिहास में एक नई मिसाल कायम करेंगे। इस समारोह को राष्ट्रीय स्तर पर बड़े शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। इसी महत्वपूर्ण अवसर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और विधायक कुलदीप धनकड़ आज सुबह जयपुर से विशेष विमान के द्वारा पटना रवाना हुए। सभी नेता सुबह 8:30 बजे जयपुर एयरपोर्ट से पटना के लिए उड़ान भर चुके हैं।
बिहार में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बहुमत मिला है, जिसके बाद गठबंधन ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर भरोसा जताया है। 19 नवंबर को हुई NDA विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। वे आज नए कार्यकाल की शपथ लेकर न केवल बिहार में अपनी साख को मजबूत करेंगे, बल्कि NDA की एकता और सहयोग का नया संदेश भी देंगे।
शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में किया जा रहा है, जहां सुरक्षा और व्यवस्था के लिए विशेष तैयारियां की गई हैं। समारोह में देश के कई बड़े नेता और मुख्यमंत्री शिरकत करेंगे। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की उपस्थिति इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है।
सूत्रों के अनुसार, NDA इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी मजबूती दिखाने के अवसर के रूप में देख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समारोह में शामिल होंगे। इसके अलावा 11 से अधिक राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों में योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), मोहन यादव (मध्य प्रदेश), मोहन मांझी (ओडिशा), भजनलाल शर्मा (राजस्थान), प्रमोद सावंत (गोवा), रेखा गुप्ता (दिल्ली), हिमंत बिस्वा सरमा (असम), पुष्कर सिंह धामी (उत्तराखंड), माणिक साहा (त्रिपुरा), चंद्रबाबू नायडू (आंध्र प्रदेश) और देवेंद्र फडणवीस (महाराष्ट्र) के शामिल होने की पुष्टि हुई है। इससे यह स्पष्ट है कि यह कार्यक्रम NDA के लिए राजनीतिक शक्ति का व्यापक प्रदर्शन बनने जा रहा है।
बिहार में बनने वाली नई कैबिनेट पर भी निगाहें टिकी हुई हैं। माना जा रहा है कि कुल 22 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जिनमें सबसे अधिक हिस्सेदारी बीजेपी और जेडीयू की होगी। बीजेपी और जेडीयू से 10-10 मंत्री जबकि अन्य सहयोगी दलों—एलजेपी (रामविलास), हम और आरएलएम—से 1-1 मंत्री शामिल हो सकते हैं। पूरे चयन में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बीजेपी कोटे से संभावित मंत्रियों में सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, नितिन नवीन, रेनु देवी, मंगल पांडे, नीरज बब्लू, संजय सरावगी, हरि सहनी, रजनीश कुमार और नीतीश मिश्र के नाम चर्चा में हैं। वहीं जेडीयू कोटे से विजय चौधरी, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, जामा खान, रत्नेश सदा, लेशी सिंह, बिजेंद्र यादव, श्याम रजक, सुनील कुमार और दामोदर रावत शामिल हो सकते हैं।
अन्य दलों से एलजेपीआर के राजू तिवारी, हम के संतोष सुमन और आरएलएम की स्नेहलता कुशवाहा संभावित तौर पर मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
गांधी मैदान में होने वाला यह आयोजन न केवल बिहार की राजनीति के लिए अहम है, बल्कि आने वाले वर्षों में NDA की रणनीति और दिशा को भी प्रभावित कर सकता है।


