मनीषा शर्मा । राजस्थान का बजट 2024 का पहला फुल बजट 10 जुलाई को पेश होगा। इस बार राज्य सरकार ने 30 जुलाई तक के लिए लेखानुदान लिया था। विधानसभा में मंगलवार को स्पीकर वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में हुई कार्य सलाहकार समिति (BAC) की बैठक में सदन का 10 जुलाई तक का कामकाज तय किया गया है। इस बार राजस्थान का बजट केंद्र से पहले आ रहा है, जो एक महत्वपूर्ण कदम है।
विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन, 3 जुलाई को बागीदौरा विधानसभा उपचुनाव में विजयी भारतीय आदिवासी पार्टी (बीएपी) विधायक जयकृष्ण पटेल को शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद बीएसी की रिपोर्ट सदन में रखी जाएगी और फिर 12 दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी।
4 जुलाई को प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही होगी। 5 से 9 जुलाई तक विधानसभा नहीं चलेगी, और 10 जुलाई को बजट पेश किया जाएगा। 10 जुलाई से आगे का कामकाज तय करने के लिए एक बार फिर बीएसी की बैठक होगी।
बजट पेश करने के बाद, 11, 12, और 13 जुलाई को बजट पर बहस होगी। 16 जुलाई को सरकार की तरफ से बजट पर जवाब दिया जाएगा, हालांकि इस पर बीएसी की बैठक में मंजूरी मिलना बाकी है।
इस बार विधानसभा में संसद की तर्ज पर लंच ब्रेक शुरू करने की तैयारी की जा रही है। विधानसभा स्पीकर की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में लंच ब्रेक पर सहमति बनी है। लंच ब्रेक का समय जल्द ही तय किया जाएगा। वर्तमान में, राजस्थान विधानसभा में सुबह 11 बजे से लगातार शाम तक कार्यवाही चलती है, हंगामे के समय को छोड़कर लंच ब्रेक नहीं होता।
लंच ब्रेक का समय शून्यकाल का कामकाज पूरा होने के बाद दोपहर में 1:30 से 2:30 बजे तक हो सकता है, जिसे स्पीकर वासुदेव देवनानी तय करेंगे। स्पीकर ने बैठक में कहा कि लोकसभा की तर्ज पर राजस्थान विधान सभा में भी लंच ब्रेक का समय तय किया जा सकता है। इससे एक ही समय पर सभी विधायक भोजन कर सकेंगे और उसके बाद सभी एक साथ कार्यवाही में हिस्सा ले सकेंगे। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी लंच ब्रेक की पैरवी की है और सहमति बन गई है।
यह नई व्यवस्था विधायकों के लिए राहतभरी होगी और विधानसभा की कार्यवाही को और अधिक व्यवस्थित करेगी। राजस्थान विधानसभा के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखा जा रहा है।