शोभना शर्मा। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE), अजमेर ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम 2025 की घोषणा कर दी है। इस बार एक विशेष पहल के तहत बोर्ड ने विज्ञान (Science), वाणिज्य (Commerce) और कला (Arts) तीनों संकायों के नतीजे एक साथ घोषित किए। 22 मई को शाम 5 बजे जारी हुए इस परिणाम में सबसे खास बात यह रही कि सभी तीनों स्ट्रीम्स में छात्राओं ने टॉप किया है, जो राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों की उपलब्धियों को रेखांकित करता है।
तीनों संकायों में बेटियों का दबदबा
वर्ष 2025 की परीक्षा में आर्ट्स संकाय में अनुप्रिया राठौड़, प्रगति अग्रवाल, प्रियंका और उर्मिला ने संयुक्त रूप से 99.60% अंक प्राप्त कर टॉप स्थान प्राप्त किया है। कॉमर्स संकाय में कंगना ने 99.20% अंकों के साथ सर्वोच्च स्थान हासिल किया, वहीं साइंस में प्रीति ने 99.80% अंक प्राप्त कर संकाय में पहला स्थान प्राप्त किया। ये नतीजे न केवल छात्राओं की मेहनत को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी साबित करते हैं कि राज्य में महिला शिक्षा की दिशा में हो रहे प्रयास सकारात्मक परिणाम दे रहे हैं।
रिजल्ट प्रतिशत में सुधार
बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष विज्ञान संकाय का उत्तीर्ण प्रतिशत 98.43% रहा, जबकि वाणिज्य संकाय का परिणाम 99.07% और कला संकाय का परिणाम 97.78% रहा। इन सभी आंकड़ों में पिछले वर्षों की तुलना में सुधार देखा गया है, जो विद्यार्थियों, शिक्षकों और प्रशासन की संयुक्त मेहनत का परिणाम है।
परीक्षा में सम्मिलित विद्यार्थी
बोर्ड सचिव कैलाश चंद्र शर्मा के अनुसार, वर्ष 2025 की 12वीं परीक्षा में कुल 8,93,616 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था। इनमें से विज्ञान संकाय में 2,73,984, वाणिज्य में 28,250 और कला संकाय में सबसे अधिक 5,87,475 विद्यार्थी सम्मिलित हुए। इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षा के लिए 3,907 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षाएं राज्य भर में 6 मार्च से प्रारंभ हुईं और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुईं।
एक साथ रिजल्ट घोषित करने की परंपरा बरकरार
RBSE ने बीते वर्षों की तरह इस बार भी तीनों संकायों का परिणाम एक साथ घोषित किया। बोर्ड का मानना है कि इस प्रक्रिया से विद्यार्थियों में तुलना की भावना और मानसिक दबाव कम होता है। साथ ही, परिणामों में पारदर्शिता भी बनी रहती है।
पिछले वर्ष की तुलना
2024 के रिजल्ट के मुकाबले इस वर्ष का प्रदर्शन अधिक सकारात्मक रहा। पिछले वर्ष वाणिज्य संकाय में 98.95% विद्यार्थी सफल हुए थे, जबकि विज्ञान में 97.73% और कला में 96.88% छात्र-छात्राओं ने सफलता हासिल की थी। सभी संकायों में लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा था और इस वर्ष भी यह सिलसिला कायम रहा।
पारदर्शिता और सुरक्षा बनी रही
बोर्ड प्रशासन ने इस वर्ष भी परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मूल्यांकन कार्य को निर्धारित समयसीमा में पूरा किया गया और सभी मूल्यांकन केंद्रों पर निगरानी की गई। इससे परिणामों की विश्वसनीयता और समयबद्धता सुनिश्चित हुई।
विद्यार्थियों की मेहनत लाई रंग
इस वर्ष का परीक्षा परिणाम विद्यार्थियों की कठोर मेहनत और लगन का परिचायक है। राज्यभर के स्कूलों और परिवारों में इस सफलता को लेकर उत्सव का माहौल है। विद्यार्थी, शिक्षक और अभिभावक सभी इस परिणाम से संतुष्ट नजर आ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री का संदेश
राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने परिणाम घोषित होने के बाद सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने और छात्रों को बेहतर करियर विकल्प देने हेतु निरंतर प्रयासरत है। साथ ही, उन्होंने असफल छात्रों से भी निराश न होने की अपील की और कहा कि यह एक परीक्षा मात्र है, जीवन में सफलता के कई अवसर आगे हैं।
अभिभावकों और शिक्षकों का योगदान सराहनीय
बोर्ड प्रशासक महेश चंद्र शर्मा और सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने सभी सफल छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए शिक्षकों और अभिभावकों के योगदान की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि छात्रों की सफलता के पीछे उनके मार्गदर्शन और सहयोग की बड़ी भूमिका होती है।


