शोभना शर्मा। राजस्थान पुलिस सेवा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी गोविंद गुप्ता ने सोमवार को राजस्थान एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के महानिदेशक (डीजी) के रूप में कार्यभार संभाल लिया। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) की नीति पर कड़ाई से अमल किया जाएगा।
गोविंद गुप्ता ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता ACB के बेड़े को तकनीकी रूप से और अधिक मजबूत करना है ताकि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने और कार्रवाई करने में कोई कठिनाई न हो।
ACB मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक
पदभार संभालने के बाद डीजी गोविंद गुप्ता जयपुर स्थित ACB मुख्यालय पहुंचे, जहां अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सभी वरिष्ठ और फील्ड अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में उन्होंने लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और चल रहे भ्रष्टाचार निरोधक अभियानों की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर शिकायत पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
डीजी गुप्ता ने कहा, “ACB की सभी कार्य योजनाएं राज्य सरकार की नीतियों के अनुरूप हैं। हमारा उद्देश्य है कि जनता को भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन मिले और सरकारी संस्थाओं में पारदर्शिता बढ़े।”
“नए अधिकारी होंगे टेक्नो-फ्रेंडली”
गोविंद गुप्ता ने कहा कि अब विभाग में नए अधिकारी शामिल हो रहे हैं जो अधिक तकनीकी रूप से दक्ष (Techno-Friendly) हैं। इनकी तकनीकी दक्षता भ्रष्टाचारियों को पकड़ने और साक्ष्य एकत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
उन्होंने बताया कि आने वाले समय में ACB की कार्यशैली को और आधुनिक बनाया जाएगा, जिसमें डिजिटल ट्रैकिंग, डेटा एनालिसिस और सर्विलांस तकनीक का अधिक प्रयोग किया जाएगा।
लंबित अभियोजन स्वीकृतियों पर सरकार का फोकस
डीजी गुप्ता ने कहा कि कई भ्रष्टाचार के मामलों में अभियोजन स्वीकृति (Prosecution Sanction) लंबित हैं। राज्य सरकार इस दिशा में गंभीर है और स्वीकृति प्रक्रिया को तेज करने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई तभी प्रभावी हो सकती है, जब अभियोजन की प्रक्रिया समय पर पूरी हो।
ACB फिर दिखेगी एक्शन मोड में
गोविंद गुप्ता के पदभार संभालने के साथ ही माना जा रहा है कि राजस्थान ACB फिर से एक्शन मोड में नजर आएगी। राज्य के कई विभागों में भ्रष्टाचार के मामलों पर अब तेजी से छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्रवाई संभव है।
सूत्रों के अनुसार, डीजी गुप्ता के नेतृत्व में ACB टीम भ्रष्टाचार के बड़े मामलों पर फोकस करेगी, जिनमें सरकारी ठेकों, राजस्व विभाग, पुलिस और निकायों में चल रही शिकायतें शामिल हैं।
राज्य में ACB की साख और जनता का भरोसा बढ़ाने के लिए गोविंद गुप्ता ने स्पष्ट किया कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ शिकायत आने पर निष्पक्ष जांच की जाएगी, चाहे उसका पद कितना भी ऊंचा क्यों न हो।


