शोभना शर्मा। पुष्कर और मेड़ता के बीच प्रस्तावित रेल परियोजना, जो लंबे समय से प्रतीक्षित थी, अब साकार रूप लेने लगी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत 51.34 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है, जो न केवल पुष्कर और मेड़ता के बीच यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और पर्यटन विकास में भी अहम भूमिका निभाएगी।
रेलवे मंत्रालय ने परियोजना के पहले चरण के लिए 97 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस राशि का उपयोग ट्रैक निर्माण, अंडर और ओवर ब्रिज, और अन्य बुनियादी ढांचों के विकास के लिए किया जा रहा है। पुष्कर रेलवे स्टेशन के पास नए प्लेटफार्म और कर्मचारियों के आवास निर्माण का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। इस परियोजना से स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
रेलवे अधिकारियों और इंजीनियरों की देखरेख में निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से चयनित किया गया है, और निर्माण कार्य का प्रबंधन रेलवे के विशेष ऑफिस से किया जा रहा है।
राज्य के कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने परियोजना की प्रगति पर खुशी जाहिर करते हुए इसे पर्यटन और क्षेत्रीय विकास के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा, “पुष्कर-मेड़ता रेल परियोजना से पुष्कर में पर्यटन को नई ऊंचाई मिलेगी। बेहतर रेल कनेक्टिविटी से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।”
मंत्री रावत ने यह भी कहा कि यह परियोजना केवल यातायात सुविधा तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देगी। बेहतर कनेक्टिविटी से मेड़ता और पुष्कर के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहन मिलेगा।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद पुष्कर और मेड़ता के निवासियों के लिए यात्रा करना अधिक सुविधाजनक होगा। इसके साथ ही, पुष्कर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए पर्यटकों की संख्या में वृद्धि से स्थानीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिलेगी।