मनीषा शर्मा। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला रेजिडेंट डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की घटना के विरोध में अजमेर के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने मंगलवार को दूसरे दिन भी प्रदर्शन किया। डॉक्टर्स ने कार्य बहिष्कार करते हुए अस्पताल की इमरजेंसी यूनिट के बाहर विरोध जताया। रेजिडेंट डॉक्टर्स आरोपियों की गिरफ्तारी और सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
रेजिडेंट डॉक्टर्स के प्रेसिडेंट डॉ. दिलराज मीणा ने कहा कि कोलकाता में हमारी साथी डॉक्टर के साथ जो भयावह घटना घटी है, उसके खिलाफ अजमेर के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने इमरजेंसी यूनिट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी डॉक्टर कार्य बहिष्कार पर हैं, लेकिन इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो।
डॉ. मीणा ने बताया कि उनकी मांग है कि सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर सीबीआई जांच की जाए। साथ ही, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। यदि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांगें हैं:
- आरजी कर मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स की मांगों को स्वीकार कर उन पर तेजी से कार्रवाई की जाए।
- घटना का विरोध कर रहे डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई बर्बरता या दुर्व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए, और उनके शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का सम्मान किया जाए।
- मृतक डॉक्टर के परिवार को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए और इस मामले में शीघ्र न्याय सुनिश्चित हो।
- केंद्र सरकार को स्वास्थ्य सेवा कर्मियों की सुरक्षा के लिए अनिवार्य प्रोटोकॉल जारी करना चाहिए और इसका सख्ती से पालन सुनिश्चित करना चाहिए।
- सेंट्रल हेल्थकेयर प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने में तेजी लाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाना चाहिए।
अजमेर के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने अपने प्रदर्शन के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि वे न्याय की मांग को लेकर पीछे नहीं हटेंगे, और यदि आवश्यक हुआ तो आंदोलन को और बड़े स्तर पर ले जाएंगे।