शोभना शर्मा। भुवनेश्वर में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस 2025 के अवसर पर म्यांमार में संस्कृत पढ़ाने वाले प्रवासी राजस्थानी डॉ. रामनिवास को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ”प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान—2025” से सम्मानित किया गया। डॉ. रामनिवास ने राजस्थान में अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की और अब म्यांमार में भारतीय संस्कृति और भाषा का प्रसार कर रहे हैं। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान फाउंडेशन की आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा के नेतृत्व में सक्रिय भूमिका निभाई। प्रतिनिधिमंडल ने सम्मेलन के दौरान पर्यटन और कला एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की और प्रवासी राजस्थानियों के साथ राज्य के संबंधों को मजबूत करने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर चर्चा की।
प्रवासी राजस्थानियों के लिए प्रमुख पहलें
राजस्थान फाउंडेशन द्वारा प्रवासी राजस्थानी समुदाय को जोड़ने और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कई नई पहलें की गईं। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में प्रवासी राजस्थानियों की 14 नई शाखाओं को क्रियाशील बनाया गया और 12 मौजूदा शाखाओं को पुनर्जीवित किया गया। डॉ. मनीषा अरोड़ा ने प्रवासी राजस्थानियों के साथ संबंधों को सशक्त बनाने और समुदाय को राज्य में निवेश के लिए प्रेरित करने के प्रयासों की जानकारी दी। भुवनेश्वर में राजस्थान फाउंडेशन का एक नया चैप्टर स्थापित किया गया, जिसे क्रियाशील बनाने के लिए विशेष निर्देश दिए गए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों से मुलाकात
राजस्थान सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने दुबई, ब्रिटेन, ओमान, मॉरीशस, कतर और युगांडा जैसे देशों से आए प्रवासी राजस्थानी प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। इन बैठकों में राज्य के पर्यटन, कला, और व्यावसायिक अवसरों पर चर्चा हुई। प्रतिनिधिमंडल ने प्रवासी राजस्थानियों को राज्य के साथ अपने संबंधों को और गहरा करने और विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने का निमंत्रण दिया।
राइजिंग राजस्थान शिखर सम्मेलन की सफलता
पिछले वर्ष दिसंबर में जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन 2024 ने प्रवासी राजस्थानियों को आकर्षित किया। इस सम्मेलन में 10 दिसंबर को एक विशेष प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें समुदाय को राज्य में निवेश और व्यापार के नए अवसरों का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया गया। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस दौरान प्रवासी राजस्थानियों की भलाई के लिए एक समर्पित सरकारी विभाग बनाने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने हर साल 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थानी दिवस के रूप में मनाने और एक विशेष प्रवासी राजस्थानी पुरस्कार की शुरुआत करने का भी निर्णय लिया।
प्रवासी भारतीय दिवस 2025 ने प्रवासी राजस्थानियों के साथ राज्य के संबंधों को मजबूती प्रदान करने का एक और अवसर दिया। डॉ. रामनिवास जैसे व्यक्तित्वों को सम्मानित कर राज्य ने प्रवासी समुदाय के महत्व को रेखांकित किया है। राजस्थान सरकार द्वारा की जा रही पहलें प्रवासी समुदाय को जोड़ने और राज्य के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।