शोभना शर्मा। राजस्थान में हाल ही में हुए उपचुनाव के परिणामों ने कांग्रेस संगठन को पुनर्गठित करने की जरूरत पर जोर दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस बात की पुष्टि की है कि संगठन को मजबूत और चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए बड़े बदलाव किए जाएंगे। डोटासरा ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जिन पदाधिकारियों को प्रभारी बनाया गया था, उनकी रिपोर्ट आ चुकी है। अब इन रिपोर्ट्स पर मंथन के बाद कमियों को दूर किया जाएगा और संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।
कांग्रेस संगठन को मजबूत करने की योजना
गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि कांग्रेस संगठन को रिस्ट्रक्चर करने के लिए सभी सीनियर नेताओं के साथ चर्चा होगी।
- खाली पदों को भरना:
- संगठन में जितने भी खाली पद हैं, उन्हें जल्द से जल्द भरा जाएगा।
- कमियों का विश्लेषण:
- प्रभारियों से मिली रिपोर्ट्स के आधार पर कमजोरियों को समझा जाएगा।
- आलाकमान से सलाह:
- संगठनात्मक बदलावों पर अंतिम निर्णय कांग्रेस आलाकमान के साथ बैठकर लिया जाएगा।
- जनता के बीच जाना:
- बीजेपी सरकार की नाकामियों और वादाखिलाफी को जनता के बीच ले जाया जाएगा।
डोटासरा का बीजेपी की जीत पर तंज
राजस्थान उपचुनाव में बीजेपी को मिली जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए डोटासरा ने कहा कि ये “छोटी-मोटी जीत” है। डोटासरा ने याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी 25-0 की बात कर रही थी, लेकिन कांग्रेस ने 11 सीटें जीती थीं। उन्होंने कहा कि “2-3 सीट जीतने का मतलब यह नहीं है कि बीजेपी सरकार स्थायी हो गई है।” डोटासरा ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस अपनी कमजोरियों से सबक लेगी और जनता के मुद्दों को प्राथमिकता देगी।
उपचुनाव में कांग्रेस की स्थिति
डोटासरा ने उपचुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए बताया कि जब कांग्रेस सरकार थी, तब 9 में से 1 सीट बीजेपी ने जीती थी। एक सीट हनुमान बेनीवाल की पार्टी के साथ बीजेपी ने जीती थी। डोटासरा ने कहा कि उपचुनाव में हार-जीत राजनीति का हिस्सा है, लेकिन यह स्थायी सरकार की गारंटी नहीं है।
कांग्रेस की रणनीति: जनता के मुद्दे और बीजेपी की नाकामियां
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस बीजेपी सरकार की वादाखिलाफी और नाकामियों को जनता के बीच ले जाएगी। कांग्रेस का उद्देश्य जनता से जुड़े मुद्दों को उठाना और सरकार से सवाल पूछना रहेगा। उपचुनाव की हार को सबक मानते हुए संगठन को मजबूती दी जाएगी।
डोटासरा के नेतृत्व में कांग्रेस का भविष्य
राजस्थान में कांग्रेस संगठन के बदलाव और मजबूत रणनीति के लिए डोटासरा ने स्पष्ट किया है कि पार्टी एकजुट होकर आगे बढ़ेगी। खाली पदों को भरकर संगठन को सक्रिय किया जाएगा। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस को तैयार किया जाएगा।