शोभना शर्मा, अजमेर। बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और हिंसा के मद्देनजर अजमेर स्थित विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में विशेष दुआ की गई। दरगाह के गद्दीनशीन एवं मौलाना आजाद संस्थान के पूर्व सदस्य सैयद अफशांन चिश्ती ने शुक्रवार को दरगाह में बांग्लादेश के हालात सामान्य होने और अमन-चैन की दुआ की।
सैयद अफशांन चिश्ती ने कहा कि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हर मजहब के लोग जियारत के लिए आते हैं, और यहां से हमेशा अमन और भाईचारे का संदेश दिया जाता है। इस मौके पर, दरगाह के खादिमों और अंजुमन सैयद जागदान के अध्यक्ष सैयद गुलाम किबिया ने भी बांग्लादेश के हिंदुओं की सलामती के लिए दुआ की।
उन्होंने भारत के मुसलमानों से अपील की कि वे अपने हिंदू भाई-बहनों के लिए दुआ करें, जो इस समय कठिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं। कट्टरपंथी तत्वों द्वारा फैलाए गए अराजकता के माहौल में बांग्लादेश की कानून व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है, और वहां अमन-चैन की बहाली के लिए दुआओं की जरूरत है।


