मनीषा शर्मा। अजमेर (राजस्थान) में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां 7 महीने के मासूम बच्चे का अपहरण कर उसका 5 लाख रुपये में सौदा किया गया। इस सनसनीखेज घटना में बदमाशों ने बच्चे का हुलिया बदलने के साथ ही उसे नए कपड़े पहनाए और बाहर भेजने की योजना बना ली थी। हालांकि, पुलिस की सतर्कता से समय रहते बच्चे को बचा लिया गया। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता फरार है।
माता-पिता के साथ सोते समय मासूम का अपहरण
यह घटना अजमेर के माखुपुरा पुलिया क्षेत्र की है, जहां चैनराज अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ फुटपाथ पर सो रहा था। रविवार तड़के लगभग 4 बजे, बाइक पर सवार दो बदमाश वहां पहुंचे और सोते हुए 7 महीने के मासूम मनराज और 3 साल के बच्चे को उठाकर भागने लगे। 3 साल का बच्चा रोने लगा, जिससे डरकर आरोपी उसे वहीं छोड़कर केवल छोटे बच्चे मनराज को अपने साथ ले गए।
पुलिस ने बनाई विशेष टीम, 400 सीसीटीवी कैमरों की जांच
जैसे ही अपहरण की सूचना मिली, अजमेर एसपी वंदिता राणा के निर्देश पर लगभग 100 पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम गठित की गई। साइबर सेल और डीएसटी टीम ने मौके का निरीक्षण किया और जांच शुरू कर दी। हाईवे और आसपास के क्षेत्रों में लगे करीब 400 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। जांच के दौरान पता चला कि अपहरणकर्ता रामगंज थाना क्षेत्र की ओर गए हैं।
बच्चे का बदला हुलिया, नए कपड़े पहनाए
पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि बदमाशों ने बच्चे का हुलिया बदलने के लिए उसे नए और अच्छे कपड़े पहनाए थे। इसका उद्देश्य बच्चे को पहचानने से बचाना और उसे आसानी से दूसरी जगह ले जाना था। बदमाश बच्चे को बाहर भेजने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस को ठिकाने की सूचना मिल गई।
आरोपी की गिरफ्तारी, मासूम की सकुशल बरामदगी
पुलिस ने रामगंज क्षेत्र के एक घर पर छापा मारकर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। इस कार्रवाई में पुलिस ने एक आरोपी कुणाल गुप्ता उर्फ बबलू (27) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा आरोपी दीपक हिरासत में है। इस पूरे मामले का मुख्य साजिशकर्ता इंद्राज फिलहाल फरार है।
5 लाख रुपये में बच्चे का सौदा
पुलिस पूछताछ में आरोपी कुणाल ने बताया कि इंद्राज ने उसे बच्चे के बदले 5 लाख रुपये देने का वादा किया था। योजना के तहत बच्चे का हुलिया बदलकर उसे कहीं बाहर भेजने की तैयारी थी।
एसपी वंदिता राणा ने कहा कि मुख्य आरोपी इंद्राज की गिरफ्तारी के बाद ही इस अपराध के पीछे की असली साजिश का खुलासा हो पाएगा। यह भी पता चलेगा कि बच्चे को किस उद्देश्य से और कहां भेजा जा रहा था। फिलहाल, पुलिस ने टीमें गठित कर इंद्राज की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया है।
माता-पिता को लौटाया गया बच्चा
बच्चे को सकुशल बरामद करने के बाद उसे उसके माता-पिता को सौंप दिया गया। माता-पिता अपने खोए हुए बेटे को वापस पाकर फूट-फूटकर रो पड़े। पुलिस ने भी राहत की सांस ली कि बच्चा सही सलामत वापस मिल गया।
मामले की जांच जारी
पुलिस अब पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है कि कहीं यह किसी बड़े मानव तस्करी गिरोह से तो नहीं जुड़ा हुआ है। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि अपहरण के पीछे कोई और व्यक्ति या गैंग तो सक्रिय नहीं है।