मनीषा शर्मा । राजस्थान पुलिस का स्लोगन “आमजन में विश्वास और अपराधियों में डर” उनके कार्यों का मार्गदर्शन करता है, लेकिन दौसा के लालसोट में पुलिसकर्मियों की क्रूरता ने इस नारे को उलट कर रख दिया है। घटना लालसोट क्षेत्र की है, जहाँ शिव धर्मकांटे नामक स्थान पर पुलिसकर्मियों ने बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात करीब 12 बजे एक युवक परसादी मीणा के साथ बेरहमी से मारपीट की। यह वाकया सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लालसोट डिप्टी एसपी उदय मीणा समेत कुछ पुलिसकर्मी सादे वर्दी में परसादी मीणा को सोते से जगाते हैं और फिर लात-घूंसे मारते हुए उसकी जमकर पिटाई करते हैं। इस अमानवीय व्यवहार ने न केवल पुलिस के स्लोगन को झुठलाया है बल्कि आम जनता में सुरक्षा की भावना को भी आहत किया है।
घटना के प्रकाश में आने पर दौसा एसपी रंजीता शर्मा ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो की गहन जांच के लिए आदेश दिए गए हैं। एसपी रंजीता शर्मा ने बताया कि इस संदिग्ध वीडियो की जांच लालसोट एएसपी लोकेश सोनवाल को सौंपी गई है और 24 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जांच के परिणामस्वरूप उचित कार्रवाई करने की बात भी कही है।
इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली और उनके प्रति आमजन के विश्वास पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं। जनता अब पुलिस की इस बर्बरता पर न्याय की मांग कर रही है और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले को कैसे संभालता है और दोषियों के खिलाफ क्या कदम उठाता है।