शोभना शर्मा । सोमवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी को जमकर घेरा। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका जवाब देते हुए करीब 2 घंटा 17 मिनट का भाषण दिया। पीएम मोदी ने कांग्रेस, नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी पर तीखा हमला किया और राहुल गांधी के अधिकतर मुद्दों का जवाब दिया।
मोदी का पूरा फोकस कांग्रेस और राहुल गांधी पर रहा। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं की चर्चा तक नहीं की। उन्होंने कांग्रेस को “परजीवी कांग्रेस” कहा, जो सहयोगी दलों के साथ गठबंधन करके उनके वोट खा जाती है। उन्होंने कहा कि 2024 से कांग्रेस परजीवी पार्टी के रूप में जानी जाएगी। पीएम मोदी ने आंकड़ों के माध्यम से दिखाया कि जहां-जहां कांग्रेस अकेले लड़ी, वहां उसका स्ट्राइक रेट 26% था, लेकिन जहां वह गठबंधन में थी, वहां यह 50% था।
प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर व्यक्तिगत हमले भी किए, उन्हें बालक बुद्धि कहा। उन्होंने राहुल गांधी की बालक बुद्धि पर कई टिप्पणियां कीं और उनके पिछले बयानों को लेकर मजाक उड़ाया। मोदी ने कहा कि राहुल गांधी कई मामलों में जमानत पर हैं और उनका व्यवहार बालक बुद्धि जैसा है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस को राजनीति में झूठ का हथियार बनाने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के मुंह पर झूठ का खून लग गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों के वोट खा लिए हैं और इसी कारण वह परजीवी पार्टी बन चुकी है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस का इकोसिस्टम बच्चों का मन बहलाने का काम कर रहा है।
राहुल गांधी पर व्यक्तिगत आक्षेप लगाते हुए मोदी ने शोले फिल्म का मिमिक्री वाले अंदाज में जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस 99 सीटें लाकर गर्व महसूस कर रही है, जबकि यह 543 में से 99 हैं, न कि 100 में से। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के बयान शोले फिल्म को भी पीछे छोड़ चुके हैं।
पीएम मोदी के भाषण के दौरान कांग्रेस ने अपरिपक्वता दिखाई। राहुल गांधी के भाषण के दौरान बीजेपी ने शांति बनाए रखी, जबकि पीएम मोदी के भाषण के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी और शोर मचाया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कई बार चेताया, लेकिन कांग्रेस सदस्य शोर करते रहे। हिंदी के विद्वान और कांग्रेस समर्थक पत्रकार राहुल देव ने भी कांग्रेस की इस रणनीति को शर्मनाक बताया।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें बालक बुद्धि कहा और उनके झूठ के राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल का आरोप लगाया। कांग्रेस के शोर-शराबे के बावजूद, पीएम मोदी ने अपने तर्क प्रस्तुत किए और राहुल गांधी के आरोपों का जवाब दिया।