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पेरिस पैरालिंपिक 2024: भारत का शानदार प्रदर्शन

पेरिस पैरालिंपिक 2024: भारत का शानदार प्रदर्शन

Manisha Sharma.  पेरिस पैरालिंपिक 2024 के शुक्रवार के दिन ने भारत के लिए अद्वितीय सफलता की कहानी लिखी। भारतीय एथलीट्स ने चार मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। इस दिन की शुरुआत विमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग में अवनी लेखरा के गोल्ड मेडल जीतने से हुई। इसके बाद, मेंस 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में मनीष नरवाल ने सिल्वर मेडल जीता। विमेंस 100 मीटर टी-35 कैटेगरी की रेस में प्रीति पाल ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया, और विमेंस शूटिंग में ही मोना अग्रवाल ने ब्रॉन्ज जीता।

अवनी लेखरा: पहली भारतीय गोल्ड मेडलिस्ट

अवनी लेखरा ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में पैरालिंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए 249.7 पॉइंट्स के साथ गोल्ड जीता। कोरिया की युनरी ली ने 246.8 पॉइंट्स के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया, जबकि भारत की मोना अग्रवाल ने 228.7 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।

फाइनल मुकाबले में, मोना अग्रवाल एक समय पर टॉप पर थीं, लेकिन अंतिम राउंड में अवनी लेखरा ने अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दिया। उन्होंने 249.7 पॉइंट्स का नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड बनाया, जो पहले 249.6 पॉइंट्स के साथ भी उन्हीं के नाम था।

मनीष नरवाल: सिल्वर मेडलिस्ट की कहानी

भारत के मनीष नरवाल ने मेंस 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 कैटेगरी में 234.9 पॉइंट्स के साथ सिल्वर मेडल जीता। यह उनके करियर का महत्वपूर्ण पल था। कोरिया के जियोन्ग्डू जो ने 237.4 पॉइंट्स के साथ गोल्ड मेडल जीता, जबकि वर्ल्ड और पैरालिंपिक रिकॉर्ड होल्डर चीन के चाओ यांग ने 214.3 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता।

मनीष ने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि वे दुनिया के बेहतरीन शूटर्स में से एक हैं। उनका यह मेडल पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भारत के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ।

प्रीति पाल: 100 मीटर टी-35 रेस में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट

प्रीति पाल ने विमेंस 100 मीटर टी-35 कैटेगरी की रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया। उन्होंने 14.21 सेकेंड में रेस पूरी की, जो उनके करियर की बेस्ट टाइमिंग रही। इस कैटेगरी में चीन की जिया झोऊ ने 13.58 सेकेंड के साथ गोल्ड और किआन गुओ ने 13.74 सेकेंड के साथ सिल्वर मेडल जीता।

टी-35 कैटेगरी में वे एथलीट्स आते हैं, जिन्हें हायपरटोनिया, एटाक्सिया या एथेटोसिस जैसी समस्याएं होती हैं, लेकिन प्रीति ने इन सभी चुनौतियों को पार करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता।

शीतल देवी: प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं

भारत की पैरालिंपिक आर्चर शीतल देवी ने विमेंस कंपाउंड इंडिविजुअल इवेंट के रैंकिंग राउंड में 703 अंकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था, और वे वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने से केवल एक अंक दूर रह गईं।

17 साल की शीतल, जो बिना आर्म के पैर से आर्चरी करती हैं, ने इस प्रतियोगिता में अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ता का परिचय दिया। अब उनका मुकाबला प्री-क्वार्टर फाइनल में चिली की मारियाना जुनिगा और कोरिया की चोई ना मी के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा।

अन्य महत्वपूर्ण इवेंट्स

इस दिन भारतीय तीरंदाज शीतल देवी के अलावा, मेंस C-2 3000 मीटर इंडिविजुअल परस्यूट क्वालिफाइंग इवेंट में अरशद शेख भाग लेंगे। वहीं, मनु मेंस के शॉट पुट F-37 फाइनल में अपनी दावेदारी पेश करेंगे।भारतीय पैरालिंपिक टीम के लिए यह दिन ऐतिहासिक रहा, और आगे भी भारतीय एथलीट्स से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

पेरिस पैरालिंपिक 2024 का यह दिन भारतीय खेल प्रेमियों के लिए गर्व का पल था। अवनी लेखरा, मनीष नरवाल, और प्रीति पाल के मेडल्स ने भारत के लिए पैरालिंपिक की इस यात्रा को और भी खास बना दिया। आगामी दिनों में भी भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है।

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