मनीषा शर्मा। पंचायती राज मंत्री श्री मदन दिलावर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत 8 अगस्त को मनाए जाने वाले अमृत पर्यावरण महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिला परिषदों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस महोत्सव के लिए बनाई गई विस्तृत योजना को और भी अधिक गति दी जाए। वृक्षारोपण की जागरूकता के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर प्रभात फेरी, मशाल जुलूस और अन्य नवाचार किए जाएं।
मंत्री ने निर्देश दिए कि प्रत्येक 200 पौधों की देखरेख के लिए एक मनरेगा कर्मी को नियुक्त किया जाए और किसानों, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों, स्कूलों, कोचिंग संस्थानों, उद्योगों, पेट्रोल पंप संचालकों और परिवहन के साधनों का उपयोग करने वालों के लिए पौधे लगाने के लक्ष्य निर्धारित किए जाएं। पौधे खाली जगह, चारागाह, श्मशान घाट, खेत की मेड़, सड़क के किनारे, सरकारी कार्यालयों और खेल मैदानों की चार दिवारी के पास लगाए जाएं। वृक्षारोपण से संबंधित जानकारी देने के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाए।
पौधों की मॉनिटरिंग के लिए राज जियो ट्री ऐप बनाया गया है, जिसके माध्यम से नियमित रूप से पौधों की मॉनिटरिंग की जा सकती है। आम नागरिक अपने द्वारा लगाए गए पौधे की फोटो और अन्य जानकारी अपलोड कर सकते हैं और ऐप के माध्यम से सेल्फी सहित अपना प्रशस्ति पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
पंचायती राज विभाग के राज्यमंत्री श्री ओटाराम देवासी ने कहा कि वृक्ष जीवन का आधार हैं और वृक्षारोपण के तहत विदेशी बबूल को हटाकर देशी पौधे लगाए जाएं। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने गार्गी पुरस्कार योजना के तहत 8,185 बालिकाओं के खाते में 3 करोड़ 18 लाख 35 हजार रुपए की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की।
इस कार्यक्रम में पंचायती राज विभाग के शासन सचिव श्री रवि जैन, शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री कृष्ण कुणाल सहित पंचायती राज और शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।