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पंचायत पुनर्गठन विवाद: मदन दिलावर का कांग्रेस पर हमला

पंचायत पुनर्गठन विवाद: मदन दिलावर का कांग्रेस पर हमला

मनीषा शर्मा। राजस्थान में पंचायत और शहरी निकायों के पुनर्गठन को लेकर सियासी संग्राम तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लगाए गए धांधली के आरोपों पर पलटवार करते हुए राज्य के पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस और विशेषकर प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर करारा हमला बोला है। दिलावर ने डोटासरा पर ₹1705 करोड़ के घोटाले का सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस शासन में गहराई से भ्रष्टाचार की जड़ें फैली थीं, जिसकी परतें अब खुल रही हैं।

“गहलोत सरकार थी अलीबाबा और 40 चोरों की टोली”

दिलावर ने कहा कि गहलोत सरकार को जनता अलीबाबा और 40 चोरों की सरकार कहती थी। उनका इशारा साफ तौर पर कांग्रेस सरकार के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार और जेल जा चुके नेताओं की ओर था। उन्होंने कहा कि अब जब कांग्रेस नेता देख रहे हैं कि उनके आरपीएससी सदस्य जेलों में हैं, मंत्री सलाखों के पीछे हैं और अन्य की बारी भी आने वाली है, तब वे बौखलाहट में बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भरोसा जताया

मंत्री ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने किसी भी मंत्री या विधायक को “लूट के लिए खुला नहीं छोड़ा है”। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस की तरह ‘ओछी हरकतें’ नहीं करती, बल्कि पारदर्शी, वैज्ञानिक और जनकल्याणकारी नीतियों के साथ आगे बढ़ रही है।

कांग्रेस पर सांप्रदायिक पुनर्गठन का आरोप

दिलावर ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासन में पुनर्गठन का आधार धर्म और जाति आधारित था। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हिंदुओं के बड़े और मुसलमानों के छोटे वार्ड बनाए। हम कानून और समानता के आधार पर पुनर्गठन कर रहे हैं, न कि किसी खास समुदाय के वोट बैंक की राजनीति के तहत।”

पंचायत पुनर्गठन के लिए वैज्ञानिक मापदंड

राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे पंचायत पुनर्गठन की जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतों के गठन में वैज्ञानिक और तर्कसंगत मापदंड अपनाए गए हैं। प्रत्येक ग्राम पंचायत की न्यूनतम जनसंख्या 3,000 रखी गई है जिसमें 15% का लचीलापन है। रेगिस्तानी क्षेत्रों के लिए यह सीमा 2,000 रखी गई है, जिसमें 20% की छूट संभव है। विशेष परिस्थिति में यदि कोई गांव मुख्यालय से 6 किलोमीटर से अधिक दूर है, तो उसके लिए पुनर्विचार की व्यवस्था है।

पारदर्शिता और जवाबदेही की बात

मदन दिलावर ने जोर देते हुए कहा कि राज्य सरकार पारदर्शिता, जवाबदेही और जनकल्याण के मूल सिद्धांतों पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि हर निर्णय में न्यायसंगतता और क्षेत्रीय संतुलन का ध्यान रखा जा रहा है ताकि ग्रामीण विकास संतुलित रूप से हो सके।

डोटासरा पर 1705 करोड़ के घोटाले का आरोप

अपने बयान में दिलावर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर ₹1705 करोड़ का घोटाला करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस मामले की परतें जैसे-जैसे खुलेंगी, डोटासरा जैसे नेताओं के पास बचने का कोई रास्ता नहीं बचेगा। हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक जांच विवरण अभी तक सामने नहीं आया है, परंतु दिलावर का यह बयान आगामी राजनीतिक हलचल को जरूर बढ़ा सकता है।

गहलोत को ‘कान खोलकर सुनने’ की नसीहत

दिलावर ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, “गहलोत साहब कान खोलकर सुन लें, बीजेपी कांग्रेस जैसी ओछी हरकतें नहीं करती है।” यह बयान गहलोत द्वारा लगाए गए उन आरोपों के जवाब में आया है, जिनमें उन्होंने वर्तमान सरकार पर पंचायतों के पुनर्गठन में पक्षपात करने का आरोप लगाया था।

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