शोभना शर्मा। राजस्थान की शाही ट्रेन “पैलेस ऑन व्हील्स” अब इलेक्ट्रिक इंजन से दौड़ेगी, जिससे इसका संचालन अधिक पर्यावरण-अनुकूल और ऊर्जा-संवर्धित हो जाएगा। 22 जनवरी को इस ट्रेन का दिल्ली से जयपुर तक सफल ट्रायल रन पूरा किया गया और 29 जनवरी से इसकी कमर्शियल सर्विस शुरू हो गई। इस नए बदलाव से यह न केवल एनवायरनमेंट-फ्रेंडली बनेगी, बल्कि यात्रियों को भी स्मूथ और लग्जरी ट्रैवल एक्सपीरियंस मिलेगा।
इलेक्ट्रिक इंजन की विशेषताएं:
यह ट्रेन अब लो-नॉइज़ और एनर्जी-इफिशिएंट होगी।
कार्बन एमिशन में कमी आएगी, जिससे रेलवे की ग्रीन एनर्जी इनिशिएटिव को बढ़ावा मिलेगा।
मेंटेनेंस कॉस्ट घटेगी और संचालन अधिक किफायती होगा।
ट्रेन को गाजियाबाद शेड, उत्तरी रेलवे के 37126/WAP7 इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित किया जाएगा।
इस अपग्रेड से भारत की शाही विरासत को संजोए रखते हुए आधुनिकता और सस्टेनेबिलिटी को अपनाया गया है।
सस्टेनेबिलिटी और लग्जरी का परफेक्ट कॉम्बिनेशन
ट्रेन के ओ एंड एम ऑपरेटर भगत सिंह ने इस बदलाव को एक “टेक्नोलॉजिकल अपग्रेड से कहीं अधिक” बताया। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन करने से यह ट्रेन रेलवे के ग्रीन एनर्जी इनिशिएटिव का हिस्सा बनेगी, जिससे ईंधन की खपत कम होगी और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि, यह सिर्फ टेक्नोलॉजी अपग्रेड नहीं है, बल्कि ट्रेन का इंटीरियर और सर्विस स्टैंडर्ड पहले की तरह ही लक्जरी और रॉयल बना रहेगा। यह सुनिश्चित किया गया है कि पैलेस ऑन व्हील्स का आइकॉनिक एक्सपीरियंस बरकरार रहे, जिससे पर्यटकों को शाही एहसास मिल सके।
भारत की शाही ट्रेन अब:
सस्टेनेबिलिटी और इनोवेशन का नया उदाहरण बनेगी।
भारतीय रेलवे के मॉडर्नाइजेशन का हिस्सा बनेगी।
ग्लोबल लग्जरी टूरिज्म में नया बेंचमार्क सेट करेगी।
पर्यटन और भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ा कदम
पैलेस ऑन व्हील्स को 1982 में लॉन्च किया गया था और यह भारत की सबसे प्रसिद्ध लक्जरी ट्रेन में से एक है। यह ट्रेन राजस्थान के ऐतिहासिक शहरों जैसे जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर और रणथंभौर की यात्रा कराती है और यात्रियों को राजसी जीवनशैली का अनुभव प्रदान करती है।
इस ट्रेन के इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर जाने से इसका संचालन अधिक स्थिर, किफायती और पर्यावरण-अनुकूल होगा। यह कदम भारतीय रेलवे के मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है और भविष्य में अन्य प्रीमियम ट्रेनों में भी ऐसे बदलाव किए जाने की संभावना है।
नवाचार और शाही अनुभव का संगम
इस ट्रेन का इलेक्ट्रिक इंजन से संचालन भारत में लग्जरी ट्रेन ट्रैवल के लिए एक नई शुरुआत है। यह अपग्रेड यात्रियों को साइलेंट और स्मूथ ट्रैवल एक्सपीरियंस देगा, जिससे उनकी यात्रा अधिक सुखद होगी। साथ ही, यह कदम भारतीय रेलवे के ग्रीन एनर्जी मिशन को समर्थन देगा और देश की पर्यावरण सुरक्षा नीतियों को सशक्त करेगा।