शोभना शर्मा । राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तान द्वारा की जा रही ड्रोन और मिसाइल हमलों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। शनिवार सुबह एक बार फिर जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल से हमला किया गया। हालांकि भारतीय सेना की सतर्कता और अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम के चलते सभी हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। इन हमलों में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन उनके मलबे के रिहायशी इलाकों में गिरने से स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल व्याप्त है।
सुबह 5 बजे बाड़मेर की जालीपा छावनी पर फिर हमला
शनिवार सुबह करीब 5 बजे बाड़मेर जिले की जालीपा छावनी पर पाकिस्तान की ओर से एक के बाद एक 10 धमाके हुए। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले एक तेज आवाज आई और फिर लगातार कई विस्फोट सुनाई दिए। सेना के मुताबिक यह सभी ड्रोन और मिसाइल हमले थे जिन्हें भारतीय डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया। हमले के बाद कुछ मकानों की दीवारों और दरवाजों पर मलबा गिरा, जिससे उनमें छेद हो गए। हालांकि, किसी के घायल होने की सूचना नहीं है।
जैसलमेर के बडोडा गांव में भी गिरा मलबा
इसी प्रकार जैसलमेर जिले के बडोडा गांव में सुबह 4 बजे के करीब ड्रोन और मिसाइल के हमले की पुष्टि हुई। यहां मंगलियों की ढाणी के पास बमनुमा वस्तु गिरने की सूचना मिली। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सेना की टीम मौके पर पहुंची और वस्तु को कब्जे में लिया। प्रारंभिक जांच में यह मिसाइल का हिस्सा बताया जा रहा है। मलबा गिरने के बाद जोरदार धमाके की आवाज आई, जिससे लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकल आए।
लगातार हो रहे हैं हमले, ऑपरेशन सिंदूर के बाद से तनाव बढ़ा
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की ओर से भारत के ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में लगातार तीन दिन से हवाई हमले किए जा रहे हैं। बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार की रात को भी सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइल भेजे गए, जिनकी संख्या सौ से अधिक रही। सेना के डिफेंस सिस्टम ने इन सभी को सफलतापूर्वक हवा में ही मार गिराया, जिससे बड़ा नुकसान टल गया।
राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी और पोकरण जैसे इलाकों में पाकिस्तान की ओर से लगातार कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन भारतीय सेना हर बार चौकसी और सटीकता के साथ उनका जवाब दे रही है। सेना की तैनाती और गश्त भी बढ़ा दी गई है, जिससे कोई भी हरकत तुरंत पकड़ी जा सके।
सीमावर्ती गांवों में बढ़ी सतर्कता, लगातार मिल रहा है मलबा
सेना के अनुसार ड्रोन और मिसाइल को हवा में ही मार गिराए जाने के कारण उनका मलबा विभिन्न क्षेत्रों में गिर रहा है। शुक्रवार रात को भी कई धमाकों के बाद बाड़मेर और जैसलमेर के विभिन्न गांवों में मलबा गिरा पाया गया। गुरुवार रात को जैसलमेर के किसनघाट क्षेत्र में एक जिंदा बम भी मिला था जिसे सेना ने कब्जे में लेकर सुरक्षित स्थान पर ले जाकर निष्क्रिय किया।
स्थानीय नागरिकों से की गई सतर्कता की अपील
भारतीय सेना और प्रशासन ने सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु को न छुएं और तुरंत पुलिस या सेना को सूचना दें। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने और सत्यापित जानकारी पर ही भरोसा करने की सलाह दी गई है।