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श्रीगंगानगर सीमा पर दिखा संदिग्ध ड्रोन, खेत में मिला हेरोइन से भरा पैकेट

श्रीगंगानगर सीमा पर दिखा संदिग्ध ड्रोन, खेत में मिला हेरोइन से भरा पैकेट

शोभना शर्मा। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे क्षेत्र में एक बार फिर संदिग्ध ड्रोन मूवमेंट की सूचना सामने आई है। यह घटना जिले के संगतपुरा गांव स्थित चक 8H क्षेत्र की है, जहां बीएसएफ और पुलिस की संयुक्त गश्त के दौरान खेत से नशीले पदार्थ से भरा एक पैकेट बरामद किया गया। पैकेट में करीब 500 ग्राम हेरोइन पाई गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों रुपये में आंकी जा रही है।

बीएसएफ जवानों को खेत में पड़ा एक संदिग्ध पैकेट दिखा, जिसे कब्जे में लेकर मटीली राठन थाना पुलिस को सौंप दिया गया। प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई गई है कि यह नशीला पैकेट पाकिस्तान की सीमा से ड्रोन के जरिए भारतीय क्षेत्र में गिराया गया। इस सूचना के बाद बीएसएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। सुरक्षाबल यह भी जांच कर रहे हैं कि कहीं पास के अन्य खेतों या इलाकों में और नशीले पदार्थों की खेप तो नहीं फेंकी गई है।

जिले की पुलिस अधीक्षक डॉ. अर्पिता दुहन ने इस मामले की पुष्टि करते हुए आमजन से सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सीमा क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी की गतिविधियां गंभीर चिंता का विषय हैं, और ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने में नागरिकों की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि यदि किसी को किसी क्षेत्र में संदिग्ध ड्रोन गतिविधि, अजनबी व्यक्ति या रात में अजीब आवाजें सुनाई दें, तो तुरंत पुलिस या बीएसएफ को सूचित करें।

डॉ. अर्पिता दुहन ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है और नागरिकों द्वारा दी गई सूचना को पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने कहा, “नशे के बढ़ते प्रकोप को केवल पुलिस बल के माध्यम से नहीं रोका जा सकता। इसके लिए आम लोगों की भागीदारी और सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।” उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जागरूक बनें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को नजरअंदाज न करें।

इस घटना के बाद एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि ड्रोन के माध्यम से नशा तस्करी की चुनौती तेजी से बढ़ रही है। बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सामने यह एक तकनीकी खतरा बन चुका है, जिसमें पारंपरिक सीमाओं की निगरानी काफी नहीं रह गई है। अब आवश्यकता है अत्याधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल की, जैसे एंटी-ड्रोन सिस्टम, रडार आधारित निगरानी और हवाई गश्त।

बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियार, नकदी और नशीले पदार्थ भेजे जाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पाकिस्तान स्थित तस्कर अब इन उड़ने वाले उपकरणों का प्रयोग करके सीमा पार कर सुरक्षित रूप से खेप गिराने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि बीएसएफ की चौकसी और सटीक गश्त के चलते अब तक कई बार ऐसी खेपें बरामद की जा चुकी हैं।

फिलहाल, बरामद की गई हेरोइन को मटीली राठन थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह खेप किन लोगों तक पहुंचाई जानी थी और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं। स्थानीय खुफिया एजेंसियों को भी सक्रिय कर दिया गया है ताकि इस नेटवर्क की तह तक पहुंचा जा सके।

 

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