मनीषा शर्मा। पिछले 9 महीनों के दौरान जयपुर में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने बड़ी संख्या में छापेमारी और सैंपल जांच की कार्रवाई की। यह कार्रवाई विभिन्न दुकानों, रेस्टोरेंट, होटल, और उत्पाद निर्माताओं की फैक्ट्रियों पर की गई। कार्रवाई के दौरान कई उत्पाद जैसे घी, तेल, मिठाइयां, केक, और तैयार सब्जियां नकली या घटिया मानकर नष्ट करवा दिए गए। हालांकि, अब जब 404 सैंपल की रिपोर्ट आई है, तो इसमें से केवल 19 सैंपल ही अनसेफ या फेल पाए गए हैं।
467 व्यापारियों पर छापेमारी, 404 सैंपल की जांच
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अतिरिक्त आयुक्त पंकज ओझा के नेतृत्व में जयपुर शहर में कुल 467 व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर औचक निरीक्षण किए गए। इन निरीक्षणों के दौरान, घी, तेल, मिठाइयाँ, केक और तैयार भोजन जैसे कई उत्पादों के 404 सैंपल लिए गए और उन्हें लैब में जांच के लिए भेजा गया।
हालांकि, इस बड़े पैमाने पर की गई कार्रवाई के बाद आई जांच रिपोर्ट में पाया गया कि केवल 19 सैंपल अनसेफ यानी फेल पाए गए, जबकि 98 सैंपल सब-स्टैंडर्ड निकले और 1 सैंपल मिसब्रांडेड पाया गया।
गलत साबित हुई कार्रवाई
कुछ ऐसे उदाहरण भी सामने आए जहां कार्रवाई के दौरान उत्पादों को नकली या घटिया बताकर नष्ट करवा दिया गया, लेकिन बाद में जांच में वे उत्पाद सही पाए गए।
- 12 अगस्त को पॉलोविक्ट्री के पास स्थित एक ट्रैवल एजेंसी में 1245 लीटर घी पकड़ा गया था। टीम ने इसे अमानक और घटिया मानकर सीज कर दिया था, लेकिन जांच में यह घी सही पाया गया।
- 9 मई को झोटवाड़ा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित एक प्रसिद्ध बेकरी पर छापा मारा गया था। यहां 15 किलो केक को खराब बताकर नष्ट करवा दिया गया था, लेकिन जांच में ब्रेड के सैंपल सही पाए गए।
- रामगंज में एक नॉनवेज रेस्टोरेंट पर छापा मारा गया, जहां से तैयार उत्पादों के सैंपल लिए गए और जांच में वे पास पाए गए।
गलत घोषित पनीर और मावा के सैंपल
23 अगस्त को शास्त्री नगर में एक डेयरी पर छापा मारा गया था, जहां पनीर और मावा को खराब मानकर नष्ट करवा दिया गया। बाद में सैंपल जांच में मावा पूरी तरह सही पाया गया, जबकि पनीर सब-स्टैंडर्ड निकला।
मिलावटी उत्पादों की पहचान
कुछ सैंपल मिलावटी या घटिया गुणवत्ता वाले पाए गए:
- जयसिंहपुरा खोर की एक घी बनाने वाली फैक्ट्री पर छापा मारा गया था, जहां से लिए गए सैंपल सब-स्टैंडर्ड निकले।
- त्रिमूर्ति सर्किल के पास एक होटल से लिए गए पनीर के सैंपल सब-स्टैंडर्ड पाए गए।
- चारदीवारी स्थित एक नॉनवेज रेस्टोरेंट से लिया गया मीट का सैंपल फेल पाया गया।
जयपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई ने कई व्यापारियों के उत्पादों को नकली या मिलावटी मानकर नष्ट करवा दिया, लेकिन जांच रिपोर्ट में अधिकांश सैंपल सही पाए गए। इस स्थिति ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, जहां सही उत्पादों को नष्ट किया गया। हालांकि, 19 सैंपल अनसेफ पाए जाने के बाद विभाग ने उन व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।