मनीषा शर्मा । अजमेर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष द्रौपदी कोली के खिलाफ विरोध बढ़ता जा रहा है। 15 कांग्रेसी पार्षदों ने गुरुवार को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया है। पार्षदों ने प्रदेश आलाकमान से 10 दिन के भीतर द्रौपदी कोली को पद से हटाकर किसी अन्य वरिष्ठ पार्षद को यह जिम्मेदारी सौंपने की मांग की है। पार्षदों ने चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने पर वे स्वयं अपना नेता प्रतिपक्ष चुनने को स्वतंत्र रहेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश आलाकमान की होगी।
पार्षदों ने द्रौपदी कोली पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पदभार ग्रहण करने के बाद से भाजपा शासित बोर्ड के खिलाफ कोई धरना-प्रदर्शन या जन आंदोलन नहीं किया, जिससे कांग्रेस पार्टी का अच्छा संदेश जनता तक नहीं पहुंचा। निगम में अफसर शाही का बोलबाला बढ़ता जा रहा है और उन्होंने निगम अधिकारियों या महापौर के खिलाफ कोई ज्ञापन भी नहीं दिया।
पार्षदों का कहना है कि कांग्रेस के प्रति द्रौपदी कोली का व्यवहार ठीक नहीं है और उनके नेतृत्व में अजमेर शहर में विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। इस कारण सभी कांग्रेसी पार्षदों ने एक बैठक में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया और प्रदेश आलाकमान से नई नेता प्रतिपक्ष नियुक्त करने की मांग की। अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो पार्षद अपना नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए स्वतंत्र होंगे।