राजस्थान सरकार ने जयपुर नगर निगम के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी करते हुए राजधानी के प्रशासनिक ढांचे में बड़ा बदलाव किया है। अब जयपुर शहर को 13 जोनों में बांटा गया है और इन जोनों के तहत कुल 150 वार्ड शामिल किए गए हैं। स्वायत्त शासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक यह नया ढांचा आने वाले नगर निगम चुनावों का आधार बनेगा। इस पुनर्गठन के बाद जयपुर की शहरी प्रशासनिक सीमाएं और वार्डों की संरचना पूरी तरह बदल जाएगी।
सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, जयपुर के जोनों को विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार पुनर्गठित किया गया है ताकि प्रशासनिक कार्य अधिक प्रभावी ढंग से हो सके। यह नया विभाजन जयपुर के बढ़ते भौगोलिक विस्तार, जनसंख्या वृद्धि और शहरी जरूरतों को ध्यान में रखकर किया गया है।
स्वायत्त शासन विभाग ने जयपुर नगर निगम हेरिटेज की कमिश्नर निधि पटेल को एपीओ कर दिया है, जबकि जयपुर नगर निगम ग्रेटर के कमिश्नर डॉ. गौरव सैनी को अब नगर निगम जयपुर (संयुक्त) का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, यह पुनर्गठन लंबे समय से लंबित था। जयपुर की जनसंख्या और क्षेत्रीय विस्तार में पिछले एक दशक में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसके चलते मौजूदा वार्ड सीमाएं कई जगहों पर असंतुलित हो गई थीं। इसी असंतुलन को दूर करने के लिए नगर निगम के जोनों का पुनर्गठन किया गया है ताकि प्रत्येक जोन में समान रूप से विकास कार्य हो सकें।
नए पुनर्गठन के तहत जयपुर के विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र को दो हिस्सों में बांटा गया है — मुरलीपुरा और विद्याधर नगर जोन। मुरलीपुरा जोन में वार्ड 1 से 13 तक होंगे, जबकि विद्याधर नगर जोन में वार्ड 7 से 22 तक शामिल किए गए हैं। इसी प्रकार झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र को भी दो भागों में विभाजित किया गया है। झोटवाड़ा जोन में वार्ड 23 से 27 तक और वैशाली नगर जोन में वार्ड 28 से 37 तक होंगे।
सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में मानसरोवर और सांगानेर जोन बनाए गए हैं। मानसरोवर जोन में वार्ड 38 से 49 और सांगानेर जोन में वार्ड 47 से 58 तक होंगे। वहीं बगरू विधानसभा क्षेत्र को झालाना और जगतपुरा जोन में विभाजित किया गया है। झालाना जोन में वार्ड 64 से 72 और जगतपुरा जोन में वार्ड 59 से 68 शामिल होंगे।
मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में वार्ड 73 से 87 तक मालवीय नगर जोन रहेगा। सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र में सिविल लाइंस जोन बनाया गया है जिसमें वार्ड 88 से 103 तक होंगे। किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में वार्ड 104 से 115 तक किशनपोल जोन बनाया गया है, जबकि आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में वार्ड 116 से 132 तक आदर्श नगर जोन रहेगा।
हवामहल और आमेर विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर आमेर-हवामहल जोन बनाया गया है, जिसमें वार्ड 133 से 150 तक होंगे। इस प्रकार अब जयपुर नगर निगम की संरचना पूरी तरह नई हो गई है और आने वाले चुनाव इन्हीं सीमाओं पर आधारित होंगे।
राज्य सरकार का कहना है कि यह परिवर्तन न केवल प्रशासनिक सुगमता के लिए आवश्यक था, बल्कि शहर के संतुलित विकास के लिए भी जरूरी था। स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बताया कि जयपुर नगर निगम के पुनर्गठन से कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अगले साल होने वाले नगर निगम चुनाव इन्हीं नई सीमाओं के आधार पर होंगे, जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं और प्रशासनिक जवाबदेही मिल सकेगी।


