मनीषा शर्मा। राजस्थान में सरकारी नौकरी के लिए आयोजित होने वाली परीक्षाओं के दौरान अब अभ्यर्थियों को अपनी शर्ट की आस्तीन कटवाने की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने घोषणा की है कि अब परीक्षा में पूरी आस्तीन की शर्ट पहनने की अनुमति होगी, लेकिन इसके लिए एक शर्त यह है कि शर्ट में केवल सादा बटन होने चाहिए। यह निर्णय सोशल मीडिया पर साझा किया गया है, और इसका आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जल्द ही जारी होगा। आलोक राज ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “अब आपके शर्ट की बाजू (आस्तीन) नहीं काटी जाए, ऐसा आदेश जारी कर रहे हैं। पूरी बाजू की शर्ट चलेगी, लेकिन सादा बटन वाली।” इस निर्णय से अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी, जिन्हें अब तक परीक्षा में प्रवेश के समय अपनी शर्ट की आस्तीन काटनी पड़ती थी।
अभ्यर्थियों को होती थी शर्मिंदगी और आर्थिक नुकसान
अक्सर परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा गार्ड या स्टाफ अभ्यर्थियों की पूरी आस्तीन की शर्ट को कैंची से काटकर आधी आस्तीन की कर देते थे। यह न केवल अभ्यर्थियों के लिए शर्मनाक होता था, बल्कि उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता था। परीक्षा के बाद खराब शर्ट पहनकर घर लौटने का अनुभव विशेष रूप से महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए काफी असुविधाजनक और शर्मिंदा करने वाला होता था।
अब इस नई व्यवस्था के तहत, यदि अभ्यर्थी पूरी आस्तीन वाली शर्ट पहनते हैं, और उसमें सादा बटन होते हैं, तो उन्हें परीक्षा में बिना किसी परेशानी के बैठने की अनुमति दी जाएगी। इससे अभ्यर्थियों को न केवल मानसिक संतोष मिलेगा, बल्कि वे आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देने के लिए तैयार हो सकेंगे।
परीक्षा में अभ्यर्थियों के साथ हुए विवादों की पृष्ठभूमि
हाल ही में, राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की परीक्षाओं में अभ्यर्थियों के साथ हुए कुछ विवादों ने प्रशासन को इस निर्णय के लिए प्रेरित किया। 27 सितंबर को आयोजित समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) के दौरान एक छात्र की जनेऊ उतरवाने की घटना ने विवाद को जन्म दिया। यह घटना जयपुर में दूसरी पारी के पेपर के दौरान हुई थी, जब एक स्टूडेंट की जनेऊ को सुरक्षा के नाम पर उतरवा दिया गया था।
इस घटना के बाद पीड़ित अभ्यर्थी ने कलेक्टर के नाम एक पत्र लिखकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद विप्र फाउंडेशन ने भी इस मुद्दे को उठाते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला और चेतावनी दी कि यदि दोषी पुलिसकर्मी और स्कूल स्टाफ पर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई तो ब्राह्मण समाज आंदोलन करेगा।
कर्मचारी चयन बोर्ड की सफाई और भविष्य के लिए नए दिशा-निर्देश
इस विवाद पर सफाई देते हुए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने कहा कि जनेऊ में यदि कोई धातु या लॉकेट होता है, तो उसे सुरक्षा के मद्देनजर हटाना जरूरी होता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक ठोस नीति बनाई जाएगी।
यह पहली बार नहीं है जब राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान अभ्यर्थियों को इस तरह के अपमानजनक अनुभवों का सामना करना पड़ा हो। इससे पहले भी महिला अभ्यर्थियों को अपने गले से मंगलसूत्र और चुनरी हटाने के लिए मजबूर किया गया था, जिससे भी काफी विवाद हुआ था।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के नए आदेश के अनुसार, अब अभ्यर्थियों को परीक्षा में पूरी आस्तीन की शर्ट पहनने की अनुमति होगी, जो परीक्षा में अनुशासन और सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे अभ्यर्थियों को होने वाली मानसिक और शारीरिक परेशानी कम होगी, और वे बिना किसी अनावश्यक चिंता के परीक्षा में बैठ सकेंगे। इस निर्णय का उद्देश्य अभ्यर्थियों को एक बेहतर और सम्मानजनक परीक्षा का अनुभव देना है, जिससे वे अपनी पूरी क्षमता के साथ परीक्षा दे सकें।