शोभना शर्मा , अजमेर। राजस्थान में भीषण गर्मी का प्रकोप अब लोगों की जान लेने लगा है। गुरुवार को भीषण गर्मी के चलते प्रदेश में 5 मौतें हो गईं। आज सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही नौ तपा की शुरुआत हो गई है । नौतपा के दौरान प्रदेश में गर्मी का प्रभाव और बढ़ेगा।
नौ तपा के शुरू होने के साथ ही प्रदेश में अगले 72 घंटों में अधिकतम तापमान में और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। मौसम विभाग की चेतावनी है कि इस अवधि में जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर और कोटा संभाग में पारा 2 डिग्री तक बढ़ सकता है।
देश के सबसे गर्म शहरों में 5 राजस्थान के हैं। इनमें बाड़मेर में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले 2002 में बाड़मेर का अधिकतम तापमान 48.1 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि 2016 में यहां अधिकतम तापमान 49.5 डिग्री रहा था।
नौतपा क्या है? हर साल सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, तब नौतपा प्रारंभ होता है। यह 9 दिनों का अवधि होता है, जिसमें सूर्य की तीव्रता और गर्मी अपने चरम पर होती है। इस दौरान तापमान में क्रमिक वृद्धि होती है और लू चलने लगती है।
नौतपा का महत्व: नौतपा का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी है। माना जाता है कि इस दौरान सूर्य देव की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होते हैं।
नौतपा 2024: इस वर्ष 25 मई से 2 जून तक नौतपा रहेगा।
नौतपा के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: गर्मी से बचाव के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीएं, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें, और धूप में निकलने से बचें।
- भोजन: हल्का और पौष्टिक भोजन खाएं, जिसमें दही, छाछ, और फल शामिल हों।
- धार्मिक अनुष्ठान: सूर्य देव की पूजा करें, मंत्रों का जाप करें, और दान करें।
नौतपा के प्रभाव:
- कृषि: नौतपा फसलों के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान धान की रोपाई और अन्य कृषि कार्य किए जाते हैं।
- जलवायु: नौतपा के दौरान तापमान में वृद्धि होती है और मौसम शुष्क हो जाता है।