मनीषा शर्मा। उदयपुर में महिला एवं बाल विकास की चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय चिंतन शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी उपस्थित रहे। यह आयोजन केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और राजस्थान सरकार के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
प्रतिनिधियों की भागीदारी
चिंतन शिविर में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, और विभिन्न राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के मंत्री व वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। सभी प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए और महिला व बाल विकास की दिशा में सुधार के उपायों पर विचार किया।
मंथन के प्रमुख विषय
- महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास में आने वाली बाधाएं।
- नवीन योजनाओं और प्रभावशाली नीतियों की चर्चा।
- नीतिगत सुधार और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के उपाय।
इस मंथन का उद्देश्य महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना और इसे और अधिक प्रभावी बनाना है। शिविर में विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
उदयपुर का योगदान
लेकसिटी उदयपुर में आयोजित यह चिंतन शिविर महिला एवं बाल विकास क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहल है। इसमें नीतियों को बेहतर बनाने और भविष्य में अधिक प्रभावी योजनाओं को लागू करने की दिशा में नए रास्ते खोजने का प्रयास किया गया।