शोभना शर्मा । भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही तनावपूर्ण स्थिति के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे ने सीजफायर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि संघर्ष विराम केवल पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब करने का एक जरिया है और अगली बार युद्ध निश्चित होगा। उनके मुताबिक यह युद्ध भयंकर होगा और इस बार पूरा कश्मीर, मुजफ्फराबाद तक भारत का हिस्सा बनेगा। निशिकांत दुबे ने शनिवार सुबह अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने सीजफायर को लेकर तीन प्रमुख बातें कहीं। उन्होंने लिखा, “भारत में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को अब युद्ध समझा जाएगा। पाकिस्तान आतंकवाद नहीं छोड़ेगा, और मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा है कि यह आखिरी लड़ाई होगी। पूरा कश्मीर, मुजफ्फराबाद तक भारत का हिस्सा बनेगा।”
उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत और पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा की थी, लेकिन इसके कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तान ने फिर से उल्लंघन किया। जम्मू-कश्मीर, गुजरात और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन और मिसाइल गतिविधियों की खबरें सामने आईं, जिन पर भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने तुरंत कार्रवाई की।
शनिवार रात को पाकिस्तान की तरफ से की गई इन गतिविधियों के बाद एक बार फिर सीमावर्ती इलाकों में ब्लैकआउट करना पड़ा। राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर और गंगानगर जैसे जिलों में बिजली बंद कर दी गई ताकि किसी भी संभावित हमले से नागरिकों की रक्षा की जा सके। इसी तरह जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और गुजरात के कुछ इलाकों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई।
निशिकांत दुबे इससे पहले भी पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने पर प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की नीयत और उसकी आतंकवादी गतिविधियों को लेकर सवाल खड़े किए थे। उनके अनुसार पाकिस्तान कभी शांति नहीं चाहता, और वह आतंकवाद के जरिए भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहेगा।
बीजेपी सांसद का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान के प्रति आक्रामक रणनीति की तरफ भी इशारा करता है। दुबे ने कहा कि भारत अब किसी प्रकार की बातचीत के मूड में नहीं है और अगली कार्रवाई सीधी और निर्णायक होगी। उन्होंने कहा, “अब पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी। अब सिर्फ युद्ध होगा और यह लड़ाई निर्णायक साबित होगी।”
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय राजनीतिक नेतृत्व अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करने के बाद उसे सैन्य जवाब देने की दिशा में बढ़ रहा है। विशेष रूप से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को लेकर भारत का रुख अब पहले से कहीं अधिक स्पष्ट और आक्रामक हो गया है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह भी साफ हो गया है कि संघर्ष विराम के बावजूद पाकिस्तान की नीयत में कोई बदलाव नहीं आया है। लगातार ड्रोन हमले और गोलीबारी की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि वह भारत की शांति पहल का दुरुपयोग कर रहा है। ऐसे में भारत की जनता और राजनीतिक नेतृत्व, दोनों अब निर्णायक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।