शोभना शर्मा। मानसून का मौसम ताजगी, हरियाली और ठंडक लेकर आता है। मिट्टी की सौंधी खुशबू मन को प्रसन्न करती है, लेकिन इसके साथ ही यह मौसम कई स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी बढ़ा देता है। बारिश के दौरान वातावरण में बढ़ी हुई नमी बैक्टीरिया, वायरस और फंगस के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार करती है। इसलिए इस मौसम में विशेष सावधानी बरतना जरूरी होता है।
यह लेख मानसून के मौसम में अपनाए जाने वाले 20 स्वास्थ्य-संवर्धन उपायों पर आधारित है, जो आपकी और आपके परिवार की सेहत को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।
1. साफ और उबला हुआ पानी ही पिएं
बरसात के दौरान जलस्त्रोत दूषित हो जाते हैं, जिससे हैजा, टाइफाइड, डायरिया जैसी जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हमेशा फ़िल्टर किया गया या उबला हुआ पानी ही पिएं। यात्रा के दौरान सीलबंद बोतल रखें।
2. विटामिन C का सेवन बढ़ाएं
नींबू, संतरा, आंवला, अमरूद जैसे फलों का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक होता है। विटामिन C संक्रमण से लड़ने की ताकत देता है।
3. प्रोबायोटिक आहार लें
दही, छाछ जैसे प्रोबायोटिक आहार पाचन को दुरुस्त रखते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाते हैं।
4. हर्बल टी को आहार में शामिल करें
अदरक, तुलसी, काली मिर्च से बनी हर्बल चाय न केवल पाचन में मदद करती है बल्कि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत बनाती है।
5. कड़वे खाद्य पदार्थों का सेवन करें
नीम, करेला, मेथी जैसे खाद्य पदार्थों में रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो शरीर को साफ करते हैं और संक्रमण से बचाते हैं।
6. स्ट्रीट फूड और जंक फूड से बचें
बरसात में बाहर का खाना पेट की बीमारियों को दावत देता है क्योंकि अधिकतर जगहों पर साफ-सफाई का अभाव होता है।
7. मसालेदार भोजन से परहेज करें
अत्यधिक मसालेदार खाना पेट में जलन, गैस और एसिडिटी का कारण बन सकता है। हल्का और सुपाच्य भोजन करें।
8. मच्छरों के प्रजनन स्थलों को हटाएं
कूलर, गमले, गड्ढों में पानी जमा न होने दें क्योंकि वहां मच्छर पनपते हैं जो डेंगू, मलेरिया फैला सकते हैं।
9. गंदे पानी से बचें
अगर बारिश के पानी में चलना जरूरी हो, तो घर आकर पैरों को अच्छे से धोएं और एंटीसेप्टिक लगाएं।
10. नहाने के पानी में कीटाणुनाशक मिलाएं
नहाते समय पानी में डेटॉल या सेवलॉन जैसी दवाएं डालें, ताकि बैक्टीरिया और फंगस मरे।
11. कपड़े आयरन करके पहनें
नमी के कारण कपड़ों में फफूंद लग सकती है, जिसे आयरन की गर्मी से हटाया जा सकता है।
12. गीले कपड़े और जूते तुरंत सुखाएं
जूते और कपड़े अगर गीले हैं तो उन्हें पूरी तरह सुखाएं। गीला पहनने से फंगल संक्रमण हो सकता है।
13. बार-बार हाथ धोएं
20 सेकंड तक साबुन से हाथ धोने की आदत बनाएं। बाहर से आने पर, खाने से पहले और बाथरूम के बाद यह जरूरी है।
14. हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
अगर साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हैं तो 60% अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
15. पर्याप्त नींद लें
7-9 घंटे की गहरी नींद आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाती है और मौसम की थकान से राहत देती है।
16. व्यायाम करते रहें
घर पर योग या हल्की एक्सरसाइज जारी रखें। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करती है और इम्यून सिस्टम को मजबूत।
17. हल्का और पौष्टिक आहार लें
बरसात में भारी खाना शरीर को सुस्त बना सकता है। फल, सब्जियां, दलिया जैसे हल्के लेकिन पौष्टिक आहार लें।
18. त्वचा की देखभाल करें
नमी से त्वचा में फंगल इन्फेक्शन हो सकता है। त्वचा को सूखा और साफ रखें। पाउडर या एंटीफंगल क्रीम का उपयोग करें।
19. बालों की नियमित सफाई करें
बरसात में स्कैल्प पर डैंड्रफ और फंगस हो सकता है। सप्ताह में 2-3 बार एंटीफंगल शैम्पू से बाल धोएं।
20. मौसम के अनुसार कपड़े पहनें
बरसात में जल्दी सूखने वाले और हल्के सूती कपड़े पहनें। रेनकोट, छाता और वाटरप्रूफ जूते जरूरी हैं।
डिस्क्लेमरः यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।