मनीषा शर्मा। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में महिलाओं की भागीदारी और सशक्तिकरण समाज के विकास का अहम हिस्सा है। महिलाओं के बिना किसी भी राष्ट्र की प्रगति अधूरी है। लेकिन लंबे समय से महिलाओं को सामाजिक असमानता, हिंसा, उत्पीड़न और भेदभाव का सामना करना पड़ा है। ऐसे में भारत सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए “मिशन शक्ति योजना” की शुरुआत की है। यह योजना महिलाओं को न केवल सुरक्षित वातावरण प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में ठोस कदम भी उठाती है।
मिशन शक्ति क्या है?
मिशन शक्ति महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक समग्र योजना है, जिसे वर्ष 2022-23 से लागू किया गया। इसमें महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण से जुड़ी कई मौजूदा योजनाओं को एकीकृत किया गया है। इस योजना का उद्देश्य है महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और कानूनी रूप से सक्षम बनाना, ताकि वे जीवन के हर क्षेत्र में समान अवसर प्राप्त कर सकें।
मिशन शक्ति की दो प्रमुख उप-योजनाएं
सम्बल (Sambal):
यह हिस्सा महिलाओं की सुरक्षा और संरक्षण पर केंद्रित है।
महिला हेल्पलाइन सेवाएं
वन-स्टॉप सेंटर
नारी अदालत
कानूनी और परामर्श सेवाएं
इसका उद्देश्य है कि हिंसा या उत्पीड़न का शिकार हुई महिलाएं तुरंत मदद प्राप्त कर सकें।समर्थ्य (Samarthya):
यह उप-योजना महिलाओं के सशक्तिकरण पर केंद्रित है।
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ
महिला शक्ति केंद्र
क्रेच सुविधा
कौशल विकास कार्यक्रम
इसके तहत महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और नेतृत्व के अवसर दिए जाते हैं।
मिशन शक्ति की उपयोगिता
सुरक्षा की गारंटी: महिलाओं को हिंसा, दहेज प्रथा या उत्पीड़न जैसी स्थितियों में त्वरित सहायता उपलब्ध होती है।
आर्थिक आत्मनिर्भरता: रोजगार और कौशल विकास से महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत बनती हैं।
शिक्षा और जागरूकता: बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे कार्यक्रम लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करते हैं।
न्याय तक आसान पहुंच: नारी अदालत और महिला हेल्पलाइन से महिलाएं तेजी से न्याय प्राप्त कर सकती हैं।
समान अवसर: यह योजना महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक स्तर पर पुरुषों के बराबर खड़ा करती है।
मिशन शक्ति योजना महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और अधिकार प्रदान करती है। यह न केवल व्यक्तिगत स्तर पर महिलाओं की जिंदगी बदलती है, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र की प्रगति को भी गति देती है। महिलाओं के सशक्त होने से परिवार मजबूत होते हैं और समाज में समानता और न्याय की भावना पनपती है। मिशन शक्ति महिलाओं के लिए ढाल और संबल दोनों का काम करती है। यह योजना सुरक्षा के साथ-साथ आत्मनिर्भरता और नेतृत्व के अवसर भी प्रदान करती है। भारत सरकार का यह प्रयास महिलाओं को 21वीं सदी में नए आत्मविश्वास और सशक्तिकरण के साथ आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है।


