मनीषा शर्मा। सवाईमाधोपुर जिले में डूंगरी बांध निर्माण को लेकर जारी विवाद और किसानों के विरोध के बीच राजस्थान सरकार ने अपना आधिकारिक पक्ष स्पष्ट कर दिया है। शुक्रवार को जोड़ली गांव में स्थानीय किसानों और ग्रामीणों ने बड़ी महापंचायत कर परियोजना को रद्द करने की चेतावनी दी थी और सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस विरोध के बाद सरकार की ओर से तीन मंत्रियों ने प्रेसवार्ता कर वास्तविक स्थिति सामने रखी।
ये बांध संशोधित पीकेसी-ईआरसीपी और राम जलसेतु लिंक परियोजना के अंतर्गत बनाया जाना प्रस्तावित है। ग्रामीण संगठनों का आरोप था कि इस परियोजना से 76 गांव प्रभावित होंगे, जबकि सरकार ने इस दावे को गलत बताया है।
सरकार का दावा: सिर्फ 16 गांव प्रभावित
जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत, कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने सचिवालय में पत्रकारों को जानकारी दी। किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि डूंगरी बांध के भराव तल और क्षमता में संशोधन किए जाने के बाद अब केवल 16 गांव प्रभावित होंगे।
उन्होंने कहा कि 2017 में बने पुराने सर्वे में अधिक गांव डूब क्षेत्र में आ रहे थे। इसलिए भराव तल 230 मीटर से घटाकर 227.50 मीटर और क्षमता 2100 एमसीएम से कम कर 1588 एमसीएम कर दी गई है।
नए सर्वे के अनुसार प्रभावित गांवों में 4387 मकान और भवन आते हैं। इनमें से केवल 9 गांव ऐसे हैं जहां आबादी का 70-100 प्रतिशत भाग प्रभावित होगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि ऐसे सभी प्रभावित परिवारों का पास ही पुनर्वास सुनिश्चित किया जाएगा।
विपक्ष पर तीखा आरोप
मंत्री मीणा ने विरोध प्रदर्शन को लेकर कहा कि कुछ नेता राजनीतिक लाभ के लिए किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि —
“76 गांव का आंकड़ा सफेद झूठ है, इसका उद्देश्य किसानों को भड़काना और कानून व्यवस्था बिगाड़ना है।”
सरकार ने किसानों से अपील की कि वे अफवाहों के झांसे में न आएं और प्रतिनिधिमंडल बनाकर प्रोजेक्ट की वास्तविक जानकारी समझें।
रिपोर्ट हाल ही में आई
स्थानीय लोगों को समय रहते जानकारी न देने के सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि परिणाम रिपोर्ट मात्र दो दिन पहले ही प्राप्त हुई है, इसलिए तत्पर सूचना देना संभव नहीं था।
ये 16 गांव प्रभावित माने गए
बनास नदी के किनारे:
बढोलास, बाढ बिलोली, बिलोली नदी, भूरी पहाड़ी, तालेड़ा, भावपुर, डूंगरी, खिदरपुर जाडू
मोरेल नदी किनारे:
सामोली, सांकडा, हाडोती, बडोडा
सपोटरा नाले के किनारे:
रूपपुरा, पदमपुरा, एकट, किराड़ी


