मनीषा शर्मा, अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (MDSU) ने स्नातक और अन्य पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 के आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया है। अब विद्यार्थी बिना लेट फीस 13 अगस्त 2025 तक आवेदन कर सकेंगे। यह निर्णय उन विद्यार्थियों के लिए राहत भरा है, जो समय पर आवेदन नहीं कर पाए थे या जिनके परिणाम में देरी के कारण आवेदन लंबित थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बी.ए./बी.एससी/बी.कॉम (पास/ऑनर्स) अंतिम वर्ष, बी.एससी गृहविज्ञान अंतिम वर्ष, बी.सी.ए., बी.एससी (आई.टी./कंप्यूटर साइंस/बायोटेक) तृतीय वर्ष और नेचुरोपैथी एवं योगिक साइंस तृतीय वर्ष के विद्यार्थी इस सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए पात्र होंगे।
लेट फीस और दोगुनी फीस के साथ आवेदन की सुविधा
MDSU की ओर से जारी नोटिस के अनुसार, छात्र 60 रुपए लेट फीस के साथ 18 अगस्त 2025 तक आवेदन कर सकते हैं। वहीं, दोगुनी फीस के साथ आवेदन की अंतिम तिथि 24 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है। आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद विद्यार्थियों को कॉलेज में हार्ड कॉपी जमा कराने की अंतिम तिथि 19 अगस्त है, जबकि विश्वविद्यालय में हार्ड कॉपी भेजने की अंतिम तिथि 20 अगस्त तय की गई है।
अतिरिक्त शुल्क का प्रावधान
विश्वविद्यालय ने बताया है कि जो विद्यार्थी अनिवार्य विषय या विषयों में पार्ट तृतीय की परीक्षा के साथ अनुत्तीर्ण घोषित किए गए हैं, उन्हें परीक्षा शुल्क के अतिरिक्त 670 रुपए जमा करवाने होंगे। यह शुल्क परीक्षा शुल्क से अलग होगा और अनिवार्य रूप से समय पर जमा करना आवश्यक है।
परीक्षा परिणाम में देरी से जुड़े प्रावधान
MDSU ने उन विद्यार्थियों के लिए भी प्रावधान किए हैं, जिनका परीक्षा परिणाम देरी से घोषित होता है। ऐसे अभ्यर्थी, जिन्हें परिणाम घोषित होने के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए योग्य घोषित किया जाता है, वे परिणाम जारी होने के दस दिन के भीतर, परंतु परीक्षा प्रारंभ होने की तिथि से पहले, बिना लेट फीस के आवेदन कर सकते हैं। इस स्थिति में विद्यार्थियों को प्री-प्रिंटेड आवेदन पत्र मैनुअली (ऑफलाइन) भरने होंगे और यह प्रक्रिया विश्वविद्यालय कार्यालय में उपस्थित होकर पूरी करनी होगी।
पुनर्मूल्यांकन से पूरक घोषित होने वाले विद्यार्थी
यदि किसी विद्यार्थी का पुनर्मूल्यांकन (री-एवैल्यूएशन) 2025 का परिणाम सप्लीमेंट्री परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ होने से पहले घोषित होता है और वह पूरक घोषित होता है, तो वह विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकेगा। वहीं, जिन विद्यार्थियों के केवल कंपलसरी पेपर ड्यू रह गए हैं, वे केवल उन्हीं पेपर के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
ऑनलाइन आवेदन के बाद घोषित पुनर्मूल्यांकन परिणाम की स्थिति
वे विद्यार्थी, जिनका पुनर्मूल्यांकन परिणाम सप्लीमेंट्री परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन प्रारंभ होने की तिथि के बाद आता है, वे परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व व्यक्तिगत रूप से विश्वविद्यालय के परीक्षा अनुभाग में संपर्क कर मैनुअली फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया ऑफलाइन होगी और छात्रों को स्वयं उपस्थित होकर पूरी करनी होगी।
परीक्षा की तैयारी के लिए सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि सप्लीमेंट्री परीक्षा विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे वे अपनी डिग्री वर्ष में किसी भी विषय में हुई कमी को पूरा कर सकते हैं। ऐसे में आवेदन करने के बाद विद्यार्थियों को समय पर सिलेबस की तैयारी शुरू करनी चाहिए, ताकि वे अच्छे अंकों के साथ सफलता प्राप्त कर सकें।