शोभना शर्मा। राजस्थान की आपराधिक दुनिया में एक बार फिर गैंगवार की पुरानी रंजिश ने सिर उठाना शुरू कर दिया है। कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के छोटे भाई मंजीतपाल सिंह को सोशल मीडिया के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है। इस मामले को लेकर मंजीतपाल के समर्थकों में भारी आक्रोश है और उन्होंने जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) से मिलकर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
धमकी के पीछे राजू ठेठ गैंग पर शक
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंजीतपाल सिंह को धमकी देने वाला युवक संभवतः राजू ठेठ गैंग से जुड़ा हो सकता है। गौरतलब है कि आनंदपाल सिंह और राजू ठेठ गैंग के बीच वर्षों से गैंगवार और आपसी दुश्मनी चली आ रही है। ऐसे में धमकी को इस पुराने विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।
मंजीतपाल सिंह के अनुसार, उन्हें पूर्व में भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं और वे इस बारे में राज्य सरकार, पुलिस विभाग और यहां तक कि क्राइम ब्रांच के एडीजी दिनेश एमएन तक से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन, बार-बार गुहार लगाने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं मिली, जिससे बदमाशों के हौसले बुलंद हो रहे हैं।
एसपी ऑफिस पहुंचा गुस्साया जनसमूह
सोशल मीडिया पर धमकी की जानकारी मिलने के बाद मंजीतपाल सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जिले के एसपी ऑफिस पहुंचे। वहां उन्होंने संबंधित युवक की पहचान कर उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें और उनके परिवार को तत्काल प्रभाव से सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए।
राजनीतिक विरोध और जान का खतरा
मंजीतपाल सिंह का कहना है कि कुछ राजनीतिक विरोधी नहीं चाहते कि उनका सामाजिक और राजनीतिक सफर आगे बढ़े। उन्होंने कहा, “हम सामाजिक कार्यों में लगे हैं, लेकिन कुछ तत्व हमें निशाना बना रहे हैं। अब सीधे धमकियां दी जा रही हैं, जिससे मेरा और मेरे परिवार का जीवन संकट में है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इससे पहले भी उन्होंने जसवंतगढ़ थाने में लिखित शिकायत दी थी, लेकिन वहां से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। यही लापरवाही अब गंभीर खतरे का कारण बन रही है।
आनंदपाल एनकाउंटर और पारिवारिक पृष्ठभूमि
ज्ञात हो कि आनंदपाल सिंह राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर था, जिसकी 2017 में पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई थी। इसके बाद उसके भाई मंजीतपाल सिंह पर भी कई आपराधिक आरोप लगे और वे लंबे समय तक जेल में रहे। लेकिन रिहाई के बाद वे समाजसेवा और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय हो गए हैं।
सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल
मंजीतपाल के समर्थकों का कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की सुरक्षा का मामला नहीं है, बल्कि यह कानून व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द पर सीधा हमला है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला उग्र रूप ले सकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी धमकियों को हल्के में न ले और समय रहते आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार करे।