शोभना शर्मा। राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने बुधवार शाम पुलिस महकमे में व्यापक फेरबदल करते हुए 34 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए। इस तबादला सूची के साथ ही राज्य सरकार ने दो नए उच्चस्तरीय पद — स्पेशल कमिश्नर ऑपरेशंस और डीजी स्पेशल ऑपरेशंस — का सृजन किया है। इन दोनों पदों की जिम्मेदारी क्रमशः राहुल प्रकाश और आनंद श्रीवास्तव को सौंपी गई है। सरकार का यह कदम राजस्थान पुलिस को आधुनिक और संगठित अपराधों से निपटने के लिए अधिक सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
दो नई पोस्ट बनीं—स्पेशल कमिश्नर ऑपरेशंस और डीजी स्पेशल ऑपरेशंस
यह पहली बार है जब राजस्थान पुलिस में स्पेशल कमिश्नर ऑपरेशंस और डीजी स्पेशल ऑपरेशंस जैसे पद बनाए गए हैं। इन पदों का उद्देश्य संगठित अपराध, साइबर अपराध और गैंगस्टर नेटवर्क्स पर नकेल कसना है। हालांकि, इन पदों की विस्तृत भूमिका को लेकर अभी विभागीय स्तर पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इन पदों के माध्यम से राज्य में ऑपरेशनल कमांड और त्वरित कार्रवाई की क्षमता को बढ़ाया जाएगा।
राहुल प्रकाश बने स्पेशल कमिश्नर ऑपरेशंस
2006 बैच के आईपीएस अधिकारी राहुल प्रकाश को स्पेशल कमिश्नर ऑपरेशंस के रूप में जयपुर पुलिस आयुक्तालय में नियुक्त किया गया है। उन्हें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का करीबी अधिकारी माना जाता है। इससे पहले वे भरतपुर रेंज में डीआईजी के रूप में कार्यरत थे, जहां उन्होंने साइबर अपराधों के खिलाफ “एंटी वायरस मिशन” शुरू किया था। इस मिशन के तहत साइबर ठगों पर प्रभावी कार्रवाई कर उन्होंने प्रदेशभर में अपनी अलग पहचान बनाई थी।
बाद में उन्हें जयपुर रेंज का आईजी बनाया गया। अब नई जिम्मेदारी के तहत वे जयपुर में पुलिस ऑपरेशंस को और सशक्त करेंगे, खासकर संगठित अपराध, साइबर फ्रॉड, और गैंगस्टर नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई को प्राथमिकता देंगे।
आनंद श्रीवास्तव को मिली डीजी स्पेशल ऑपरेशंस की जिम्मेदारी
1994 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आनंद श्रीवास्तव को डीजी स्पेशल ऑपरेशंस के नवनिर्मित पद की जिम्मेदारी दी गई है। चार महीने पहले उन्हें डीजी के पद पर प्रमोशन मिला था, लेकिन तब तक उनकी पोस्टिंग तय नहीं हुई थी। पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के कार्यकाल में वे साढ़े चार साल तक जयपुर पुलिस कमिश्नर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई संवेदनशील मामलों में कानून व्यवस्था को संभाला। अब इस नई भूमिका में वे राज्य स्तर पर संगठित अपराध, गैंगस्टर नेटवर्क, और आतंकवादी गतिविधियों पर निगरानी और त्वरित एक्शन की रणनीति बनाएंगे।
अन्य प्रमुख तबादले: वी.के. सिंह, दिनेश एम.एन. और सचिन मित्तल को अहम जिम्मेदारियां
तबादला सूची में अन्य कई वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारियां भी बदली गई हैं। वी.के. सिंह को एडीजी, लॉ एंड ऑर्डर की अहम जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले वे एसओजी में एडीजी थे और 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा समेत कई पेपर लीक मामलों की जांच में सफल भूमिका निभा चुके हैं। अब उन्हें राज्य की कानून व्यवस्था को और मजबूत करने का दायित्व सौंपा गया है। वहीं, दिनेश एम.एन. को एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) जयपुर का एडीजी बनाया गया है। यह कदम आतंकवाद और संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए राज्य सरकार की नई रणनीति को दर्शाता है। जयपुर पुलिस कमिश्नर पद से बीजू जॉर्ज जोसेफ को हटाकर सचिन मित्तल को नया जयपुर पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। मित्तल की इस नियुक्ति को जयपुर की संवेदनशील कानून व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए अहम माना जा रहा है।
इन अधिकारियों को मिली अतिरिक्त जिम्मेदारियां
तबादला सूची में पांच आईपीएस अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां दी गई हैं—
संजय कुमार अग्रवाल — डीजी, पुलिस हाउसिंग
बीजू जॉर्ज जोसेफ — एडीजी, पुनर्गठन एवं नियम
विजय कुमार सिंह — एडीजी, साइबर क्राइम एवं तकनीकी सेवाएं
अजय पाल लांबा — आईजी, रेलवेज
अजय सिंह — डीआईजी, इंटेलिजेंस
इन सभी अधिकारियों से राज्य की पुलिस संरचना में दक्षता बढ़ाने की उम्मीद की जा रही है।
नई पोस्ट्स से राजस्थान पुलिस को मिलेगा आधुनिक ढांचा
राज्य सरकार द्वारा स्पेशल कमिश्नर ऑपरेशंस और डीजी स्पेशल ऑपरेशंस जैसे पदों का सृजन, दिल्ली और मुंबई पुलिस की तर्ज पर राजस्थान पुलिस को नया स्वरूप देने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। इन पदों के माध्यम से पुलिस बल को संगठित अपराध, साइबर अपराध और अंतरराज्यीय गैंग नेटवर्क से निपटने में मदद मिलेगी।
इसके साथ ही, तकनीकी साधनों का अधिकतम उपयोग, डेटा-आधारित निगरानी और तेज प्रतिक्रिया व्यवस्था की दिशा में भी काम किया जाएगा। पूर्व में गृह विभाग में भी सरकार ने आईजी, गृह विभाग का नया पद बनाकर दीपक कुमार को इस पर नियुक्त किया था। अब इन नई नियुक्तियों के साथ राज्य सरकार की मंशा साफ है कि वह पुलिस महकमे में संरचनात्मक और ऑपरेशनल सुधार लाने के लिए गंभीर है।


