शोभना शर्मा। राजस्थान यूनिवर्सिटी में बने संविधान पार्क में संविधान की गलत जानकारी लिखी गई है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने चार दिन पहले ही इस पार्क का उद्घाटन किया था। इस गलती के कारण छात्र नेताओं ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राजस्थान यूनिवर्सिटी में 3 करोड़ रुपए की लागत से संविधान पार्क का निर्माण किया गया था, जहां स्तंभ पर संविधान के 22 भागों को लिखा गया है। लेकिन इसमें एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। संविधान के भाग 17 में (343-351) आधिकारिक भाषा का उल्लेख होना चाहिए था, जबकि भाग 18 (352-360) में आपातकालीन उपबंध का उल्लेख होता है। लेकिन पार्क में भाग 17 में ही आपातकालीन उपबंध लिख दिया गया है। इस गलती को लेकर छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया है।
छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने कहा कि संविधान को गलत लिखकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने संविधान और नागरिकों की भावनाओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। रेवाड़ ने आरोप लगाया कि उद्घाटन से पहले संविधान पार्क की अच्छी तरह से जांच नहीं की गई और राज्यपाल से इतनी बड़ी भूल करवा दी गई। इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए। राजस्थान यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस डिपार्टमेंट के HOD प्रोफेसर श्याम मोहन अग्रवाल ने स्वीकार किया कि संविधान के भाग 17 में आपातकालीन उपबंध नहीं आता है। अगर संविधान पार्क में गलती हुई है तो उसे सुधार लिया जाएगा। कई बार तकनीकी खामी के कारण ऐसी गलती हो जाती है।
19 जून को राज्यपाल कलराज मिश्र ने इस संविधान पार्क का उद्घाटन किया था। उस समय राज्यपाल के साथ डिप्टी सीएम उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा और यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर अल्पना कटेजा भी मौजूद थीं। लेकिन तब किसी ने इस गलती पर ध्यान नहीं दिया। अब चार दिन बाद इस गड़बड़ी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस गलती के सुधार की मांग तेज हो गई है और यूनिवर्सिटी प्रशासन पर छात्रों का दबाव बढ़ता जा रहा है।