मनीषा शर्मा। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट 2024, 9 से 11 दिसंबर तक जयपुर में आयोजित होने जा रहा है। इस तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस आयोजन को राजस्थान की विकास यात्रा का मील का पत्थर बताया है। समिट में देश-विदेश के बड़े निवेशक, उद्योगपति, और विशेषज्ञ शामिल होंगे।
आयोजन की तैयारियां: मुख्यमंत्री ने खुद किया निरीक्षण
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए तीन घंटे तक जयपुर शहर का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बस में बैठकर जयपुर एयरपोर्ट, आयोजन स्थल JECC (जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर) और मेहमानों के ठहरने की जगह जय महल पैलेस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सफाई, ट्रैफिक, और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य राजस्थान में निवेश आकर्षित करना और राज्य को औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में स्थापित करना है।
राइजिंग राजस्थान: राजस्थान की विकास यात्रा में मील का पत्थर
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, “हमारे संकल्प पत्र में जो वादे किए गए थे, उन्हें पूरा करने की दिशा में यह समिट एक बड़ा कदम है।” उन्होंने यह भी बताया कि आयोजन सौर ऊर्जा से संचालित होगा। इसके जरिए नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में राजस्थान की प्रगति को प्रदर्शित किया जाएगा।
मुख्य बातें:
- समिट का उद्घाटन पूरी तरह से सौर ऊर्जा से होगा।
- यह आयोजन राजस्थान को ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और कदम है।
- राज्य सरकार का लक्ष्य 2027 तक राजस्थान को अक्षय ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी बनाए रखना है।
निवेश आकर्षित करने के लिए मुख्य क्षेत्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजस्थान में चिकित्सा, शिक्षा, ऑटोमोबाइल, और अक्षय ऊर्जा सहित कई क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनुकूल नीतियां लागू कर रही है।
मुख्य क्षेत्र:
- अक्षय ऊर्जा: राजस्थान भारत में अक्षय ऊर्जा उत्पादन में पहले स्थान पर है।
- चिकित्सा और स्वास्थ्य: नई योजनाओं के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार।
- शिक्षा और कौशल विकास: राजस्थान को शैक्षणिक हब बनाने की दिशा में प्रयास।
- पर्यटन और संस्कृति: राज्य की संस्कृति और परंपरा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना।
राजस्थान का लक्ष्य: 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि राजस्थान अगले पांच वर्षों में 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बने। उन्होंने कहा, “विकसित राजस्थान-2047 का हमारा सपना इस समिट से और मजबूत होगा।” राजस्थान में निवेश से जुड़े लाभ:
- रोजगार के नए अवसर
- राज्य की औद्योगिक क्षमता का विस्तार
- पर्यटन और सांस्कृतिक विकास
नवीन प्रौद्योगिकी और संस्कृति का समागम
राइजिंग राजस्थान समिट में आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ राजस्थान की संस्कृति और परंपराओं को भी विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। समिट स्थल पर मेहमानों को राजस्थानी खानपान, लोक संगीत, और हस्तशिल्प का अनुभव कराया जाएगा।
सौर ऊर्जा: प्रदेश की प्रगति की नई रोशनी
मुख्यमंत्री ने समिट को सौर ऊर्जा संचालित करने के फैसले को “सूरज की ताकत से प्रदेश के विकास का नया सवेरा” बताया। राज्य सरकार की अक्षय ऊर्जा नीतियों के कारण:
- राजस्थान सौर ऊर्जा उत्पादन में भारत में पहले स्थान पर है।
- अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में विदेशी निवेश तेजी से बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री का संबोधन: निवेशकों का मार्गदर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्घाटन भाषण इस समिट का मुख्य आकर्षण होगा। उनके संबोधन में निवेशकों को राजस्थान की प्रगति और अपार संभावनाओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस समिट के मुख्य आकर्षण:
जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण।
राजस्थानी व्यंजनों और लोक संस्कृति का प्रदर्शन।
निवेशकों के लिए विशेष बैठकें और नेटवर्किंग सत्र।