मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजनीति इस समय तेज़ होती नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी गुरुवार को बांसवाड़ा जिले के दौरे पर पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री के आगमन से ठीक एक दिन पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भारत आदिवासी पार्टी (BAP) और उसके सांसद राजकुमार रोत पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्रों के विकास में सबसे बड़ी बाधा खुद रोत हैं।
पीएम मोदी का दौरा और विकास की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांसवाड़ा में 1.08 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। ये परियोजनाएं राज्य के ऊर्जा, परिवहन, जल संसाधन, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे प्रमुख क्षेत्रों को नई दिशा देने का काम करेंगी। सरकार का दावा है कि इन परियोजनाओं से न केवल आदिवासी अंचल का तेजी से विकास होगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बांसवाड़ा का यह दौरा पूरे क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। उन्होंने बताया कि फोर लेन सड़कें, रेलवे प्रोजेक्ट्स और बड़े पैमाने पर बजट वृद्धि से जनजाति क्षेत्र को अभूतपूर्व लाभ मिलेगा।
राठौड़ का राजकुमार रोत पर हमला
मदन राठौड़ ने प्रधानमंत्री के दौरे को विकास का मार्ग बताते हुए राजकुमार रोत पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के सांसद जानबूझकर अपने समाज को विकास से वंचित रखना चाहते हैं। उनका आरोप था कि राजकुमार रोत चाहते हैं कि आदिवासी लोग पीछे रहें ताकि उनकी राजनीति चमकती रहे।
राठौड़ ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार को प्राथमिकता देती है। वहीं, BAP केवल जातीय और क्षेत्रीय भावनाओं को भड़काकर राजनीति करना चाहती है।
22 महीने में 16वीं बार राजस्थान आ रहे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा पिछले 22 महीनों में राजस्थान का उनका 16वां दौरा होगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार बनने के बाद पीएम मोदी लगातार प्रदेश में सक्रिय रहे हैं। वे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे और उसके बाद से अब तक 8 बार चुनावी रैलियों और 7 बार प्रशासनिक एवं विकास संबंधी कार्यक्रमों में शिरकत कर चुके हैं।
अगस्त 2024 में उन्होंने जोधपुर हाईकोर्ट की प्लेटिनम जुबली में हिस्सा लिया और ‘ई-समन वारंट’ के लिए ई-सेवा त्वरित ऐप लॉन्च किया। दिसंबर 2024 में ‘राइजिंग राजस्थान’ और ईआरसीपी के पहले चरण का शिलान्यास किया। वहीं, मई 2025 में बीकानेर में उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहला बड़ा दौरा किया।
आदिवासी क्षेत्र पर राजनीतिक फोकस
बांसवाड़ा और आसपास का आदिवासी क्षेत्र राजस्थान की राजनीति में बेहद अहम माना जाता है। यहां की लगभग 70% आबादी जनजातीय समुदाय से आती है। भाजपा का मानना है कि अगर इस क्षेत्र में विकास की गति बढ़ाई जाए तो आदिवासी मतदाता सीधे तौर पर पार्टी के साथ जुड़ेंगे। यही वजह है कि प्रधानमंत्री का यह दौरा केवल विकास की सौगात ही नहीं, बल्कि आने वाले चुनावों की रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।
BAP बनाम BJP की जंग
भारत आदिवासी पार्टी (BAP) ने पिछले कुछ वर्षों में आदिवासी अंचल में अपनी पकड़ मजबूत की है। राजकुमार रोत जैसे नेता इस पार्टी का चेहरा बने हैं। लेकिन भाजपा लगातार इस क्षेत्र में अपनी पैठ जमाने की कोशिश कर रही है। मदन राठौड़ के ताजा बयान ने साफ कर दिया है कि भाजपा अब BAP को सीधी चुनौती देने के मूड में है।
राठौड़ का कहना है कि भाजपा की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां जनजातीय समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वहीं, BAP केवल विकास कार्यों में रुकावट डाल रही है।


