शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने महिलाओं से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर कांग्रेस की कथित भूमिका को आड़े हाथों लेते हुए हलाला, तीन तलाक, भंवरी देवी गैंगरेप कांड और अजमेर कांड जैसे मामलों का हवाला दिया। दिलावर के इन बयानों ने न केवल सियासी हलचल मचा दी है, बल्कि कांग्रेस और भाजपा के बीच टकराव को और तेज कर दिया है।
मदन दिलावर का हमला और विवादित बयान
जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस पार्टी को महिलाओं के प्रति असम्मानजनक रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस की सोच महिलाओं के प्रति गिरी हुई है। हलाला और तीन तलाक जैसी प्रथाओं का समर्थन कांग्रेस करती रही है।”
यही नहीं, दिलावर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी अप्रत्यक्ष हमला बोला। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी महिलाओं के साथ क्या करते हैं, सबको पता है।” यह बयान आते ही राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया शुरू हो गई। कांग्रेस ने इसे महिला विरोधी और असम्मानजनक टिप्पणी बताते हुए कड़ी निंदा की और शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग कर डाली।
डोटासरा पर भी पलटवार
मदन दिलावर ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि “डोटासरा जैसा बोलते हैं, वैसा ही उनके घर में होता है।” दिलावर ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने दफ्तर में सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं और सवाल उठाया कि “क्या डोटासरा इन कैमरों से महिलाओं की गतिविधियों पर नजर रखते हैं?”
उन्होंने विधानसभा में लगे कैमरों का बचाव करते हुए कहा कि “वहां कैमरे सत्ता पक्ष और विपक्ष की गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए लगाए गए हैं, न कि महिलाओं की निगरानी के लिए।”
पुराने मामलों का जिक्र
दिलावर ने कांग्रेस के अतीत से जुड़े विवादास्पद मामलों को भी सामने रखा। उन्होंने 1992 के भंवरी देवी गैंगरेप कांड का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की इसमें संलिप्तता रही है और यह घटना कांग्रेस के असली चरित्र को उजागर करती है।
इसी तरह, उन्होंने अजमेर कांड का भी हवाला दिया, जिसमें कथित तौर पर कई हाई-प्रोफाइल लोगों की संलिप्तता सामने आई थी। इन मामलों को उठाते हुए दिलावर ने कांग्रेस नेताओं को “चरित्रहीन” कह डाला। उनका यह बयान सबसे विवादास्पद साबित हुआ और विपक्ष ने इसे तुरंत महिला विरोधी करार देकर हमला बोल दिया।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने दिलावर के बयानों को महिलाओं का अपमान बताते हुए कहा कि भाजपा के मंत्री सत्ता के नशे में संवेदनशील मुद्दों पर भी गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि “यह बयान राजस्थान की बेटियों और महिलाओं का अपमान है।”
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से मांग की कि वे तुरंत मदन दिलावर को बर्खास्त करें। साथ ही, पार्टी ने यह भी कहा कि भाजपा महिला सुरक्षा और सम्मान पर केवल राजनीति करती है, जबकि उसके मंत्री खुलेआम अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
सोशल मीडिया पर बहस
दिलावर का बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई। भाजपा समर्थक इसे कांग्रेस की “वास्तविकता उजागर करने वाला बयान” बता रहे हैं, जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे महिलाओं और नाबालिगों का अपमान मान रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर इस मुद्दे को लेकर #MadanDilawar और #CongressVsBJP जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।