शोभना शर्मा,अजमेर। राजस्थान (Rajasthan) के पश्चिमी बसा जैसलमेर (Jaisalmer) स्वर्ण नगरी (Golden city) के नाम से प्रसिद्ध है। यह शहर जितना अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। उतना ही ऐतिहासिक रूप से समृद्ध भी है। जैसलमेर राजस्थान की रेतीले इलाकों में आता है। आईए जानते हैं यहां की स्थानीय व्यंजनों के बारे में । जो देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपने जायके और स्वाद के लिए मशहूर हैं।
दाल बाटी चूरमा
दाल बाटी चूरमा पूरे राजस्थान का प्रसिद्ध भोजन है। लेकिन यदि देखा जाए तो जैसलमेर की दाल बाटी चूरमा का स्वाद बाकी जगह से अलग है। यही कारण है कि पर्यटकों को जैसलमेर का दाल बाटी चूरमा बहुत लुभाते हैं।
मखनिया लस्सी
जैसलमेर की मखनिया लस्सी काफी गाढ़ी और मलाईदार होती है । स्वाद में मीठी और काफी जायकेदार होती है। मखनिया लस्सी जैसलमेर के किसी भी होटल, रेस्टोरेंट या कैफे में आसानी से उपलब्ध होती है।
प्याज की कचौरी
प्याज की कचोरी जैसलमेर सहित पूरे राजस्थान के पसंदीदा खानपान में एक है। सुबह का नाश्ता हो दिन का खाना या रात का खाना जब बात प्याज की कचौड़ी की होती है तो राजस्थानी लोग इसे बड़े शौक से अपने आहार का हिस्सा बनते हैं। प्याज की कचौड़ी को तेल में काफी अच्छे से फ्राय किया जाता है। अलग-अलग तरह की चटनियों के साथ परोसा जाता है।
घोटूवां लड्डू
घोटवा लड्डू जैसलमेर की स्थानीय और सबसे शानदार मिठाई मानी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि 1939 में घोटवा लड्डू की पहले दुकान खुली थी। आज पूरे जैसलमेर में हर मिठाई की दुकान में घोटवा लड्डू आसानी से उपलब्ध है। घोटवा लड्डू चीनी की चाशनी, बूंदी की चाशनी, बेसन और देसी घी को मिलाकर बनाए जाते हैं।
गट्टे की सब्जी
राजस्थानी थली की सबसे खास सब्जियों में से एक गेट की सब्जी मानी जाती है। देसी और विदेशी पर्यटकों को राजस्थानी थली का ज़ायका बेहद पसंद आता है। गट्टे की सब्जी बेसन के गट्टों को मसालेदार ग्रेवी के साथ परोस कर बनाई जाती है।
दाल पकवान
दाल पकवान जैसलमेर के स्ट्रीट फूड का सबसे खास भाग है । मुख्य रूप से देखा जाए तो दाल पकवान एक सिंधी व्यंजन है । लेकिन जैसलमेर के लोग सुबह के नाश्ते में दाल पकवान खाना बेहद पसंद करते हैं।
लाल मांस और सफेद मांस
यदि आप वेजीटेरियन नहीं है तो आप जैसलमेर के लाल मांस और सफेद मांस का ज़ायका ले सकते हैं। तंदूरी रोटी के साथ यह व्यंजन अलग ही स्वाद देता है।