जयपुर – जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण में आकर्षक एवं विशिष्ट परिचर्चा कार्यकर्मों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की। इन मनोरम चर्चाओं में कई प्रसिद्ध लेखक शामिल थे, जिनमें जेसीबी प्राइज़ फॉर लिटरेचर 2023 के विजेता, पेरुमल मुरुगन और शॉर्टलिस्ट हुए लेखकों, अनुवादकों और साहित्यिक उत्साही लोगों द्वारा विचारोत्तेजक चर्चाएं भी शामिल थीं।
यह आयोजन फाउंडेशन के प्रमुख प्रोजेक्ट द जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर द्वारा प्रस्तुत दो सत्रों के साथ शुरू हुआ, जिसमें 2023 के विजेता पेरुमल मुरुगन शामिल थे, जिन्होंने अपने प्रशंसित उपन्यास “फायरबर्ड” पर अपना दृष्टिकोण साझा किया। 2 फरवरी को शॉर्टलिस्ट किए गए लेखक मनोरंजन ब्यापारी, मनोज रूपड़ा, तेजस्विनी आप्टे-रहम और विक्रमजीत राम ने साहित्य प्रेमी दर्शकों के समक्ष, निर्णायक मंडल 2023 के सदस्य सोमक घोषाल के साथ अपने उपन्यासों के कथानक और चरित्रों पर परिचर्चा की। फाउंडेशन ने पुस्तकालय निर्माताओं और शिक्षकों के साथ एक आकर्षक सत्र के माध्यम से समाज में सामुदायिक पुस्तकालयों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला, जो फाउंडेशन के एक समावेशी पुस्तकालय नेटवर्क के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
कार्यक्रम का विवरण :
1. उपन्यासों के पात्रों पर चर्चा
तारीख: 2 फरवरी
समय: प्रातः 11:00 बजे से प्रातः 11:50 बजे तक
पैनलिस्ट: तेजस्विनी आप्टे-रहम, मनोरंजन बयापारी, विक्रमजीत राम, और मनोज रूपड़ा द्वारा सोमक घोषाल के साथ परिचर्या
विवरण: तेजस्विनी आप्टे-रहम, मनोरंजन बयापारी, विक्रमजीत राम और मनोज रूपड़ा के द्वारा रचित साहित्यिक पात्रों की पेचीदगियों और कथाओं पर उनके प्रभाव के बारे में गहराई से चर्चा हुई। कहानी में किसी एक पात्र के निर्णयों और कार्यों का कहानी और कथानक के वातावरण पर हुए प्रभाव का अन्वेषण करते हुए, जेसीबी अवार्ड फॉर लिटरेचर द्वारा संचालित यह सत्र, दर्शकों को उन लेखकों और अनुवादकों के विचारों को उनकी ही आवाज में सुनने का मौका देते हैं, जिन्हें जेसीबी अवार्ड फॉर लिटरेचर 2023 के लिए चयनित किया गया था।
2. फायरबर्ड
दिनांक: 4 फरवरी
समय: दोपहर 12:00 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक
स्थान: जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल
पैनलिस्ट: पेरुमल मुरुगन और कन्नन सुंदरम के साथ मानस सुब्रमण्यम की चर्चा
विवरण: श्रोताओं ने पेरुमल मुरुगन और कन्नन सुंदरम के साथ मानस सुब्रमण्यम की “फायर बर्ड” उपन्यास पर हुई गहन परिचर्चा का रसास्वादन किया। जननी कन्नन द्वारा तमिल से अंग्रेजी में अनुवादित श्री मुरुगन के उत्कृष्ट उपन्यास पर प्रकाश डालते हुए, यह सत्र उपन्यास में चित्रित विस्थापन के दंश, जीवन की उठा-पटक और लगातार बदलती अस्थायी दुनिया में विचित्र स्थायित्व की खोज के लिए मानव के संघर्ष की गहराई से पड़ताल करता है।
3. पुस्तकालय: एक विचारशील समुदाय
दिनांक: 4 फरवरी
समय: 04:00 अपराह्न – 04:50 अपराह्न
पैनलिस्ट: उषा मुजू मुंशी, रितुपर्णा निओग, और मृदुला कोशी के साथ असद लालजी की परिचर्चा
विवरण: श्रोता दीर्घा ने बड़े उत्साह के साथ पुस्तकालयों की दुनिया पर असद लालजी के साथ उषा मुजू मुंशी, रितुपर्णा नियोग और मृदुला कोशी की वार्तालाप का आनंद लिया। जेसीबी फाउंडेशन द्वारा संचालित, यह सत्र किताबों और पढ़ने के प्रति प्रेम की गंगोत्री के रूप में पुस्तकालयों की भूमिका की पड़ताल करता है। पैनल सभी के लिए एक सुलभ पुस्तकालय नेटवर्क के दृष्टिकोण पर चर्चा करता है, जो साक्षरता और साहित्य तक सभी की सुलभ पहुँच के प्रति जेसीबी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन के बारे में
जेबीसी लिटरेचर फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी कंपनी है, जो इंडियन कंपनीज ऐक्ट के सेक्शन 8 के तहत रजिस्टर्ड है और जेसीबी प्राइस फॉर लिटरेचर चलाने के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है। साल 2018 में जेसीबी इंडिया ने जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन की स्थापना की और इसका उद्देश्य भारत में आर्ट ऑफ लिटरेचर को प्रमोट करना है। इसके प्रमुख क्रियाकलाप में जेसीबी प्राइस फॉर लिटरेचर के लिए प्रबंधन करना है। दुनिया की प्रमुख अर्थमूविंग और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर कंपनी जेसीबी वर्ष 1979 से भारत में सक्रिय है। जेसीबी की इच्छा भारत में एक ऐसी सांस्कृतिक परंपरा का निर्माण करना है, जो देश के सामाजिक और आर्थिक जीवन में अहम और दीर्घकालिक भागीदारी पर आधारित हो।