शोभना शर्मा। कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य की दिशा में चल रहे सुपोषित मां अभियान के तीसरे चरण का भव्य शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गरीब और वंचित वर्ग की गर्भवती महिलाओं को उचित पोषण प्रदान करना और उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला और उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मुख्य भूमिका निभाई। इस दौरान 1500 गर्भवती महिलाओं को पोषण किट वितरित किए गए।
अभियान का उद्देश्य और शुरुआत
लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने 2020 में इस अभियान की शुरुआत की थी। अभियान का उद्देश्य उन गर्भवती महिलाओं को सहायता प्रदान करना है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें पोषण की कमी का सामना करना पड़ता है। अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को नौ महीनों तक निःशुल्क जांच, पोषण किट, और आवश्यकता पड़ने पर दवाएं प्रदान की जाती हैं।
श्री बिरला ने अपने संबोधन में कहा कि यह पहल समाज की आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ और सक्षम बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत गरीब और वंचित वर्ग की महिलाओं को चिन्हित किया जाता है और उन्हें पर्याप्त पोषण के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाएं भी मुहैया कराई जाती हैं।
तीसरे चरण की मुख्य झलकियां
सुपोषित मां अभियान के तीसरे चरण का शुभारंभ विशेष समारोह के रूप में हुआ। इस दौरान प्रतीकात्मक रूप से 20 गर्भवती महिलाओं को मंच पर पोषण किट वितरित किए गए। इसके अलावा, कुल 1500 महिलाओं को यह किट उनके स्वास्थ्य और पोषण को बेहतर बनाने के लिए प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में 5 महिला चिकित्सकों को भी सम्मानित किया गया, जो गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क जांच में योगदान दे रही हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने इस पहल को और मजबूत बनाने के लिए चल चिकित्सालयों के माध्यम से निःशुल्क सेवाएं प्रदान करने का भी आश्वासन दिया।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर
ओम बिरला ने कहा कि सुपोषित मां अभियान सिर्फ पोषण प्रदान करने तक सीमित नहीं है। इसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना भी है। उन्होंने घोषणा की कि गर्भवती महिलाओं को घर बैठे रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इस पहल से न केवल महिलाओं को आर्थिक संबल मिलेगा, बल्कि उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी होगी।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी का योगदान
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं का पोषण सुनिश्चित करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने श्री ओम बिरला की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान प्रेरणादायक है और इसे पूरे राज्य में लागू करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले बजट में गर्भवती महिलाओं के पोषण के लिए नई योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने गर्भवती महिलाओं से अपील की कि वे अपने पोषण पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि परिवार के अन्य सदस्य भी गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण का ध्यान रखें ताकि वे एक स्वस्थ शिशु को जन्म दे सकें।
पोषण किट का महत्व
गर्भवती महिलाओं को वितरित की जाने वाली पोषण किट में जरूरी विटामिन, आयरन, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व शामिल होते हैं। इनका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को उनके गर्भावस्था के दौरान आवश्यक पोषण प्रदान करना है। यह किट उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो आर्थिक कठिनाइयों के कारण अपने आहार में पोषण की कमी का सामना करती हैं।
भविष्य की योजनाएं
सुपोषित मां अभियान के तहत भविष्य में और अधिक महिलाओं को जोड़ने और इस पहल को अन्य जिलों में विस्तारित करने की योजना है। श्री बिरला ने घोषणा की कि अभियान में चल चिकित्सालयों की संख्या बढ़ाई जाएगी और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक महिलाओं को इस योजना का लाभ पहुंचाया जाएगा।