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भरतपुर में पूर्व राजपरिवार और मिशनरी स्कूल के बीच ज़मीन विवाद गहराया

भरतपुर में पूर्व राजपरिवार और मिशनरी स्कूल के बीच ज़मीन विवाद गहराया

मनीषा शर्मा।  भरतपुर में पूर्व राजपरिवार और सेंट पीटर्स मिशनरी स्कूल के बीच ज़मीन को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद शुक्रवार को उस समय उग्र हो गया जब कुंवर लक्ष्यराज सिनसिनवार और स्कूल प्रबंधन के बीच दीवार तोड़ने को लेकर सीधा टकराव हो गया। इस विवाद ने न केवल शहर में सनसनी फैला दी, बल्कि पुलिस प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए।

पूर्व राजपरिवार के सदस्य कुंवर लक्ष्यराज, जो महाराजा सूरजमल की 14वीं पीढ़ी के वंशज हैं, ने स्कूल प्रबंधन पर उनकी 3 बीघा ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि कई बार प्रशासन और तहसील अधिकारियों की उपस्थिति में ज़मीन पर निशान भी लगाए गए थे, लेकिन स्कूल प्रबंधन ने ज़मीन नहीं लौटाई। शुक्रवार को मामला उस समय गरमा गया जब स्कूल के फादर शिजू पल्लिप्पदन ने मौके पर आकर चुनौती दी कि दीवार गिराकर दिखाओ।

फादर की चुनौती के बाद दीवार तोड़ दी

पूर्व राजपरिवार की सदस्य भावना सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके घर की दीवार में एक गेट था, जिसकी मरम्मत का काम दो मजदूर कर रहे थे। तभी स्कूल प्रबंधन के फादर शिजू पल्लिप्पदन ने आकर दीवार को अपनी बताकर धमकी दी कि जेल भिजवा दूंगा। भावना सिंह के मुताबिक जब फादर ने उन्हें खुलेआम चुनौती दी, तो उन्होंने बुलडोजर बुलाकर दीवार को गिरवा दिया। लगभग 15 फीट दीवार गिराई गई, जिसके बाद विवाद ने गंभीर रूप ले लिया।

स्कूल स्टाफ के साथ गाली-गलौज और दादागिरी का आरोप

कुंवर लक्ष्यराज ने बताया कि सुबह 10 बजे के करीब वे अपनी दीवार पर निर्माण कार्य करवा रहे थे, तभी करीब 10:30 बजे स्कूल के फादर और उनके साथ 10-12 स्कूल स्टाफ के लोग आ धमके। उन्होंने पूर्व राजपरिवार के सदस्यों के साथ गाली-गलौज और दादागिरी की। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने मथुरा गेट थाने में शिकायत दी।

पुलिस पर 6 घंटे तक थाने में बिठाने और अभद्रता करने का आरोप

कुंवर लक्ष्यराज ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना किसी स्पष्ट कार्रवाई के उन्हें 6 घंटे तक थाने में बैठाकर रखा। डीएसपी सिटी पंकज यादव को उन्होंने ज़मीन के कागज़ात भी दिखाए, इसके बावजूद पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। उल्टा पुलिसकर्मियों ने उन्हें बार-बार थाने में बंद करने की धमकी दी और अभद्र व्यवहार किया।

बिना वारंट के घर की तलाशी लेने का भी आरोप

लक्ष्यराज ने यह भी बताया कि इस दौरान पुलिस की 3 गाड़ियां उनके घर भेज दी गईं, जहां उनकी बुआ कमल कौर अकेली थीं। पुलिस ने बिना सर्च वारंट के उनके घर की तलाशी ली। उन्होंने कहा कि पुलिस की यह कार्रवाई पूरी तरह नियमविरुद्ध थी।

पुलिस का पक्ष — आरोप निराधार बताया

डीएसपी सिटी पंकज यादव ने इस पूरे प्रकरण में कहा कि पुलिस को ज़मीन विवाद की सूचना मिली थी, जिसके बाद दोनों पक्षों से शिकायत ली गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व राजपरिवार के सदस्यों के साथ पुलिस ने कोई अभद्रता नहीं की है। उलटा उन्हीं के पक्ष के लोगों ने विवाद को बढ़ाया। पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।

स्कूल प्रबंधन की चुप्पी

इस मामले में जब सेंट पीटर्स स्कूल के फादर शिजू पल्लिप्पदन से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उनकी चुप्पी ने भी शहर में कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे दिया है।

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