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कुम्हेर गेट विवाद: भरतपुर में व्यापारियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ा

कुम्हेर गेट विवाद: भरतपुर में व्यापारियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ा

शोभना शर्मा। भरतपुर में व्यापारियों और पुलिस के बीच तनाव का माहौल उस समय उत्पन्न हो गया जब ट्रैफिक कॉन्स्टेबल और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया। यह घटना कुम्हेर गेट चौकी के पास हुई, जहां ट्रैफिक कॉन्स्टेबल और कुछ व्यापारियों के बीच कहासुनी और बाद में हाथापाई हो गई। इसके बाद पुलिस ने एक व्यापारी को हिरासत में ले लिया, जिससे नाराज व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए और धरने पर बैठ गए।

विवाद की शुरुआत कैसे हुई?

डीएसपी पंकज यादव ने बताया कि कुम्हेर गेट चौकी के बाहर मेन बाजार का एक पॉइंट है, जहां से केवल एक साइड से प्रवेश और दूसरी साइड से निकासी का प्रावधान है। इस व्यवस्था के लिए एक बोर्ड भी लगाया गया है, जिससे ई-रिक्शा और अन्य वाहनों को एक ही दिशा से निकलना पड़ता है। दोपहर में जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाने के बाद वहां तैनात ट्रैफिक कॉन्स्टेबल और व्यापारियों के बीच इस मुद्दे पर बहस हो गई।

व्यापारियों का आरोप है कि उन्होंने कॉन्स्टेबल से इस व्यवस्था में सुधार करने की मांग की, लेकिन कॉन्स्टेबल ने बदतमीजी से जवाब दिया। इस बात पर विवाद बढ़ गया और कुछ व्यापारियों ने कॉन्स्टेबल के साथ हाथापाई की। तभी कोतवाली थाना एसएचओ रामरूप मीणा मौके पर पहुंचे और कॉन्स्टेबल को वहां से सुरक्षित निकाल लिया। इसके बाद एक व्यापारी को हिरासत में ले लिया गया, जिसने विवाद को और बढ़ा दिया।

व्यापारी समुदाय की प्रतिक्रिया

व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजीव गोयल ने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई से व्यापारियों में नाराजगी फैल गई। जैसे ही व्यापारी को हिरासत में लेने की सूचना मिली, व्यापारियों ने एकजुट होकर अपनी दुकानों को बंद कर दिया और कोतवाली थाने की ओर कूच किया।

व्यापारियों का आरोप है कि डीएसपी ने उन्हें कॉन्स्टेबल से माफी मांगने का दबाव डाला, जो उन्हें मंजूर नहीं था। उन्होंने पुलिस पर व्यापारियों के साथ अभद्रता करने का आरोप लगाया और धरना देकर न्याय की मांग की।

धरना और समाधान की कोशिश

व्यापारियों ने कुम्हेर गेट चौकी के बाहर धरना देना शुरू कर दिया। इस दौरान व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा कि कॉन्स्टेबल की अभद्रता के खिलाफ व्यापारियों की एकजुटता को देखते हुए उन्होंने यह कदम उठाया है।

डीएसपी पंकज यादव ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों से बातचीत की और स्थिति को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से बात की, ताकि जाम की समस्या को हल किया जा सके और बोर्ड को वहां से हटाया जा सके। इस बीच, व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों ने कुम्हेर गेट के पास जाम की समस्या के समाधान के लिए प्रशासन से स्थायी उपाय की मांग की।

समाधान की दिशा में कदम

धरने के कुछ घंटों बाद, कोतवाली थानाधिकारी रामरूप मीणा धरना स्थल पर पहुंचे और व्यापारियों के साथ बातचीत की। व्यापारी संघ ने यह मांग रखी कि हिरासत में लिए गए व्यापारी को तुरंत रिहा किया जाए और पुलिस अधिकारियों के व्यवहार में सुधार किया जाए। इस बातचीत के बाद सहमति बन गई, और पुलिस ने हिरासत में लिए गए व्यापारी को छोड़ दिया।

इसके बाद व्यापारियों ने अपना धरना समाप्त किया और दुकानें खोल दी। इस समझौते के बाद व्यापारी मंडल ने अस्थायी रूप से अपना विरोध वापस लिया, लेकिन इस मुद्दे के स्थायी समाधान की मांग की है।

व्यापारियों का आरोप

व्यापारियों का कहना है कि कुम्हेर गेट के पास वाहनों के आवागमन में रुकावट के लिए एक चैन बांध रखी गई है, जिससे बड़े वाहन बाजार में प्रवेश नहीं कर सकते। चैन बंधी होने के कारण जाम की समस्या उत्पन्न होती है। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने ट्रैफिक कॉन्स्टेबल से चैन को हटाने की मांग की थी, लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें अनदेखा किया गया।

व्यापारियों का यह भी आरोप है कि कॉन्स्टेबल ने उन्हें धमकाया और बदतमीजी से बात की, जिसके कारण विवाद उत्पन्न हुआ। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

स्थानीय प्रशासन का पक्ष

स्थानीय प्रशासन ने व्यापारियों के आरोपों का खंडन किया है। डीएसपी पंकज यादव का कहना है कि पुलिस का उद्देश्य केवल यातायात को सुचारू रूप से चलाना है और किसी भी व्यक्ति के साथ अभद्रता का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा कि जाम की समस्या को हल करने के लिए स्थायी समाधान खोजने का प्रयास किया जा रहा है।

डीएसपी ने यह भी बताया कि कुम्हेर गेट के पास यातायात को सुव्यवस्थित करने के लिए बोर्ड लगाए गए हैं और भविष्य में इस मुद्दे पर ध्यान दिया जाएगा ताकि व्यापारियों और स्थानीय प्रशासन के बीच अच्छे संबंध बने रहें।

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