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कोविड की वापसी: जयपुर और उदयपुर में जेएन.1 वैरिएंट के दो नए मामले

कोविड की वापसी: जयपुर और उदयपुर में जेएन.1 वैरिएंट के दो नए मामले

शोभना शर्मा। राजस्थान में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के अनुसार, जयपुर और उदयपुर जिलों में कोविड-19 के दो नए मामले सामने आए हैं। इस बार संक्रमण का कारण कोरोना वायरस का नया वैरिएंट जेएन.1 (JN.1) बताया जा रहा है, जो देश के कई अन्य राज्यों में भी फैल चुका है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो मरीजों की स्थिति फिलहाल स्थिर है और उन्हें गंभीर लक्षण नहीं हैं, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है।

दोनों मरीजों की हालत स्थिर, आउटडोर ट्रीटमेंट जारी

स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, दोनों संक्रमित मरीजों को शुरुआती तौर पर सर्दी, खांसी और हल्के बुखार जैसे लक्षण महसूस हुए। जांच के बाद उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि ये दोनों मामले कोरोना वायरस के नये सब-वैरिएंट जेएन.1 से संक्रमित हैं, जिसकी पहचान हाल ही में की गई है। मरीजों की हालत गंभीर नहीं है और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी। दोनों का उपचार आउटडोर आधार पर किया जा रहा है।

जेएन.1 वैरिएंट: डब्ल्यूएचओ की निगरानी में

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जेएन.1 वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ (Variant of Interest) की श्रेणी में रखा है। इसका अर्थ है कि यह वैरिएंट वर्तमान में वैश्विक निगरानी के अधीन है, ताकि इसके फैलाव और प्रभाव पर नजर रखी जा सके। विशेषज्ञों का कहना है कि जेएन.1 अन्य वैरिएंट्स की तुलना में फिलहाल कम घातक प्रतीत हो रहा है, लेकिन इसके प्रसार की दर अधिक हो सकती है।

भारत के 11 राज्यों में पहले ही इस वैरिएंट के मामले सामने आ चुके हैं और अब राजस्थान भी इस सूची में शामिल हो गया है। हालांकि, अब तक इसकी वजह से किसी बड़े संक्रमण की लहर नहीं देखी गई है।

विभाग ने सभी जिलों को किया अलर्ट

चिकित्सा विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं। सभी जिला अधिकारियों और अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य संस्थानों को कोविड जांच, क्वारंटाइन और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है।

साथ ही लोगों को भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनने, हाथों की नियमित सफाई करने और लक्षण महसूस होने पर जांच कराने की सलाह दी जा रही है। विभाग का मानना है कि अगर समय रहते सतर्कता बरती गई, तो किसी भी संभावित संक्रमण की लहर को रोका जा सकता है।

विशेषज्ञों की राय: सावधानी जरूरी, घबराने की नहीं

राजस्थान में कोविड संक्रमण के इन नए मामलों ने भले ही एक बार फिर चिंता बढ़ा दी हो, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान हालात को देखते हुए घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेएन.1 वैरिएंट की गंभीरता कम है, लेकिन यह तेजी से फैल सकता है। इसलिए लोगों को कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाना चाहिए।

 

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