शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति में बीजेपी के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर जारी सस्पेंस को आखिरकार राज्य बीजेपी चीफ मदन राठौड़ ने खत्म कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन मदन राठौड़ ने सोमवार को स्पष्ट कर दिया कि मीणा का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है और वे जल्द ही अपने कार्यभार को संभालेंगे।
मदन राठौड़ ने दिया स्पष्ट बयान
मदन राठौड़ ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनावों में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था, लेकिन सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा, “मेरी किरोड़ी लाल मीणा से बात हो चुकी है, और वह जल्द ही काम पर लौट आएंगे। उनकी नाराजगी की खबरें गलत हैं।” राठौड़ के इस बयान के बाद राजनीतिक माहौल और गर्म हो गया है।
अशोक गहलोत ने सरकार को घेरा
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे को लेकर भजनलाल सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में भारी बारिश और उससे हुई दुर्घटनाओं के बीच जनता को आपदा राहत मंत्री के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है। गहलोत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, “वर्तमान विपरीत परिस्थितियों में राज्य की जनता को यह नहीं पता कि उनका मंत्री कौन है। यह असमंजस की स्थिति राज्य की जनता के साथ छलावे जैसी है।”
गहलोत ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस स्थिति में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ताकि आपदा राहत और बचाव कार्यों का सही से संचालन हो सके।
मदन राठौड़ के इस बयान ने किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर जारी अटकलों को विराम दिया है, लेकिन अशोक गहलोत के आरोपों ने राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में यह मामला किस दिशा में जाता है।