मनीषा शर्मा। राजस्थान की अंता विधानसभा उपचुनाव में जहां मंगलवार को मतदान का दौर जारी रहा, वहीं इस चुनाव से पहले कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के प्रचार से दूर रहने को लेकर राजनीतिक गलियारों में कयासों का दौर गर्म था। अंता सीट पर इस बार मुकाबला बेहद रोचक रहा, जहां बीजेपी, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। लेकिन पूरे प्रचार अभियान में किरोड़ी मीणा की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। अब इस पर खुद मंत्री ने खुलकर बयान दिया है।
मंगलवार को उदयपुर में आयोजित “एग्रीकल्चर एंड लाइव स्टॉक इंटरप्रेन्योरशिप” पर राष्ट्रीय कार्यशाला में पहुंचे मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से बातचीत में अपनी चुप्पी तोड़ी। पत्रकारों द्वारा जब उनसे अंता उपचुनाव प्रचार से दूरी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि, “वसुंधरा जी इतनी बड़ी शख्सियत हैं, जो राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रही हैं। वहां उनकी और उनके बेटे की गहरी पकड़ है। अंता क्षेत्र में उनका माइक्रो लेवल तक बेहतर मैनेजमेंट है। उन्होंने वहां अपने स्तर पर किया है।”
मीणा यहीं नहीं रुके। उन्होंने यह भी जोड़ा कि, “लेकिन पर्दे के पीछे हमने भी काम किया है।” इस बयान के साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि भले ही वे सार्वजनिक रूप से प्रचार में नहीं दिखे, लेकिन उनकी भूमिका चुनावी रणनीति में बनी रही।
वसुंधरा राजे की सक्रियता और बीजेपी की रणनीति
अंता उपचुनाव में बीजेपी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, और कई वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा था। खास बात यह रही कि वसुंधरा राजे ने क्षेत्र में कई सभाएं कीं और अपने पुराने राजनीतिक नेटवर्क का पूरा इस्तेमाल किया। उनकी सक्रियता को बीजेपी के अंदर एक मजबूत संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि संगठन अब भी उनके अनुभव और जनाधार पर भरोसा करता है।
वहीं, किरोड़ी लाल मीणा का यह बयान इस बात की ओर भी इशारा करता है कि पार्टी के भीतर मतभेदों के बावजूद चुनावी सफलता के लिए सभी नेता एकजुट होकर काम कर रहे हैं। मीणा ने कहा कि चुनाव केवल मंच पर भाषण देने तक सीमित नहीं है, बल्कि कई बार रणनीतिक भूमिका पर्दे के पीछे से निभाई जाती है।
मीणा का दिल्ली धमाकों और किसान मुद्दों पर बयान
कार्यशाला के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने किसानों की समस्याओं, कृषि नीति और हाल में दिल्ली में हुए धमाकों पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि किसानों की समृद्धि सरकार की प्राथमिकता है और राज्य में कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। साथ ही उन्होंने सुरक्षा से जुड़े मामलों पर केंद्र सरकार के कदमों की सराहना की।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि किरोड़ी मीणा का यह बयान कई संदेश देता है। एक ओर उन्होंने वसुंधरा राजे की राजनीतिक पकड़ को स्वीकार किया, तो दूसरी ओर अपनी अहमियत को भी रेखांकित किया। उनका यह कहना कि “पर्दे के पीछे हमने भी काम किया” बीजेपी के भीतर उनकी रणनीतिक भूमिका को सामने लाता है।


