शोभना शर्मा। राजस्थान में निशुल्क दवा योजना के तहत दिए गए खांसी के सिरप से एक बच्चे की मौत के बाद मामला राजनीतिक रूप से गर्मा गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस घटना के लिए सीधे तौर पर प्रदेश की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मामले पर स्पष्ट जवाब देने की मांग की।
ब्लैकलिस्टेड कंपनियों से दवाइयां खरीदने का आरोप
जयपुर में मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान खाचरियावास ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि फ्री दवा योजना के नाम पर लोगों को जहर पिलाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि सीकर जिले में नकली खांसी का सिरप पीने से एक बच्चे की मौत हो चुकी है।
खाचरियावास ने कहा, “मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि पूरे राजस्थान में नकली दवाओं की खरीद में बड़ा घोटाला हो रहा है। भाजपा सरकार ने ब्लैकलिस्टेड कंपनियों से दवाइयां खरीदी हैं और यही दवाइयां अब लोगों की मौत का कारण बन रही हैं।”
उन्होंने सरकार से यह स्पष्ट करने की मांग की कि फ्री दवा योजना में किन कंपनियों से दवाइयां खरीदी गईं और उनमें से कितनी ब्लैकलिस्टेड हैं।
कांग्रेस की चेतावनी: “सड़क पर उतरेगी पार्टी”
पूर्व मंत्री ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस मामले को दबाने की कोशिश की गई, तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर जनता को सच्चाई बताएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे। खाचरियावास ने मांग की कि इस पूरे नकली दवा प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जाए। उनका कहना है कि केवल न्यायिक जांच से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि अब तक कितने लोगों की मौत या तबीयत खराब हुई है और कितनी ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को दवाओं की सप्लाई का जिम्मा दिया गया था।
कांग्रेस का ड्रीम प्रोजेक्ट और जनता का भरोसा
खाचरियावास ने अपने बयान में कहा कि फ्री दवा और फ्री इलाज योजना कांग्रेस सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट था। इस योजना से लाखों गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिली थी और लोगों ने कांग्रेस सरकार पर भरोसा जताया था। लेकिन भाजपा सरकार के कार्यकाल में इस योजना की साख को धक्का लगा है। खाचरियावास ने कहा कि जनता को जो दवाइयां मुफ्त में दी जा रही हैं, उनमें गुणवत्ता की कमी है और अब तो इन दवाओं के कारण मौतें भी हो रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस के ड्रीम प्रोजेक्ट को बदनाम कर दिया है।
बच्चे की मौत और सरकार की जिम्मेदारी
खाचरियावास ने कहा कि जिस बच्चे की मौत हुई है, उसके परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता और न्याय मिलना चाहिए। साथ ही, जिन लोगों की तबीयत खराब हुई है, उनके इलाज का जिम्मा भी सरकार को उठाना होगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा सरकार अब भी इस मामले में चुप रहेगी या जनता के सामने आकर सच्चाई बताएगी। उनका कहना था कि सरकार को इस मामले को छिपाने के बजाय साफ-साफ जवाब देना चाहिए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जनता के सामने आकर बताना चाहिए कि आखिर दवा खरीद में किस स्तर पर लापरवाही हुई और कौन अधिकारी या मंत्री इसके लिए जिम्मेदार है।
राजनीतिक तूल और विपक्ष का दबाव
यह मामला अब केवल स्वास्थ्य व्यवस्था की विफलता तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का केंद्र बन गया है। कांग्रेस लगातार इस मुद्दे को उठाकर भाजपा सरकार पर दबाव बना रही है। वहीं, भाजपा की ओर से अब तक इस मामले में कोई ठोस सफाई नहीं दी गई है।


