शोभना शर्मा। एक समय था जब जोफ्रा आर्चर की गेंदों से बड़े-बड़े बल्लेबाज कांपते थे। उनकी तेज़ रफ्तार और सटीकता के चलते बल्लेबाजों के पास जवाब नहीं होता था। लेकिन फिर चोटों ने उनके करियर पर ब्रेक लगा दिया। लंबे समय तक मैदान से बाहर रहने के बाद जब उन्होंने आईपीएल 2025 में वापसी की, तो प्रदर्शन वैसा नहीं रहा जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है। अपने पहले ही मुकाबले में उन्होंने 4 ओवर में 76 रन लुटाए, जो कि आईपीएल इतिहास का सबसे महंगा स्पेल भी बन गया। ऐसे में लगने लगा था कि शायद आर्चर का दौर खत्म हो गया है। लेकिन राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स के बीच मुकाबले में आर्चर ने पुराने दिन याद दिला दिए। उन्होंने न सिर्फ विकेट चटकाए, बल्कि बल्लेबाजों को मानसिक रूप से दबाव में भी ला दिया।
पहली ही गेंद पर विकेट – आर्चर की वापसी की दस्तक
पंजाब की पारी की पहली ही गेंद पर जोफ्रा आर्चर ने ज़बरदस्त गेंदबाज़ी का नमूना पेश किया। गेंद थी तेज़ और सटीक – बल्लेबाज प्रियांश आर्या गेंद को डिफेंड करने गए, लेकिन वो लाइन को पूरी तरह मिस कर गए। गेंद ने उनका ऑफ स्टंप उड़ा दिया। प्रियांश इसी सीज़न में डेब्यू कर चुके हैं, लेकिन आर्चर की उस आग उगलती गेंद के सामने टिक नहीं सके। इस एक गेंद ने मैदान में मौजूद दर्शकों और टीवी पर देख रहे करोड़ों फैंस को यह जता दिया कि जोफ्रा आर्चर वापस आ चुके हैं।
श्रेयस अय्यर का विकेट – क्लास बनाम रफ्तार की टक्कर
पहले विकेट के बाद क्रीज पर आए पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर। इस सीज़न में वो शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। उन्होंने आते ही आर्चर की गेंदों पर दो चौके लगाए – एक कवर ड्राइव और एक पुल शॉट। लग रहा था कि अय्यर अब आर्चर की आंधी को रोक लेंगे।
लेकिन ओवर की आखिरी गेंद पर आर्चर ने अपना क्लास दिखाया। अय्यर को उम्मीद थी कि शॉर्ट बॉल आएगी, इसलिए वह बैकफुट पर जाकर शॉट खेलने को तैयार हुए। लेकिन आर्चर ने सीधा विकेट की लाइन पर तेज़ गेंद डाली, जो अय्यर के पैरों से पहले विकेट उड़ा गई। यह एक क्लासिक फास्ट बॉलिंग का नमूना था, जिसमें बल्लेबाज के पास कोई मौका नहीं था।
यशस्वी जायसवाल की धमाकेदार फॉर्म में वापसी
राजस्थान रॉयल्स की पारी की बात करें तो युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 44 गेंदों में 67 रनों की धमाकेदार पारी खेली, जिसमें 3 चौके और 5 छक्के शामिल थे। ये वही जायसवाल हैं जिन्होंने इस सीजन के पहले तीन मैचों में मात्र 1, 29 और 4 रन बनाए थे। लेकिन इस मुकाबले में उन्होंने दिखा दिया कि वो क्यों भारतीय क्रिकेट का भविष्य कहे जाते हैं। राजस्थान रॉयल्स ने चार विकेट खोकर 205 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। जायसवाल के अलावा कप्तान संजू सैमसन और रियान पराग ने भी अहम योगदान दिया। गेंदबाजों के लिए यह स्कोर डिफेंड करने के लिए काफी था, और आर्चर के स्पेल ने इसमें जान भर दी।