शोभना शर्मा। जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार की स्पेशल टीम ने पेपर लीक मामले में वांटेड कॉन्स्टेबल शैतानाराम को श्रीगंगानगर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को यह सफलता तब मिली जब उन्होंने हैदराबाद और करीम नगर में मजदूर बनकर आरोपी की तलाश की। आरोपी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था, और वह 2015 से जोधपुर कमिश्नरेट में कॉन्स्टेबल पद पर कार्यरत था।
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए ऑपरेशन ‘दुष्ट दमन’ चलाया गया। अप्रैल 2024 में आरोपी को समझ आ गया था कि वह पुलिस के निशाने पर है, जिसके बाद वह फरार हो गया। पुलिस टीम को हैदराबाद और करीम नगर में आरोपी के स्टील की रैलिंग बनाने का काम करने की सूचना मिली। इसके बाद टीम ने मजदूर बनकर 10 दिन तक वहां काम किया, जिसके बाद पता चला कि आरोपी श्रीगंगानगर में छुपा हो सकता है।
श्रीगंगानगर में टीम ने प्रतियोगी परीक्षा के स्टूडेंट्स के रूप में निकर और टीशर्ट पहनकर आरोपी की तलाश की। आरोपी अपने दोस्त के घर में छुपा था, जहां से वह छत से कूदकर भागने की कोशिश कर रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे चारों ओर से घेरकर पकड़ लिया।
पकड़े गए कॉन्स्टेबल का तकनीकी ज्ञान और डीएसटी टीम में अनुभव उसे पकड़ने में बड़ी चुनौती साबित हुआ। गिरफ्तारी के समय उसके साथ दो अन्य लोग भी थे, लेकिन वे त्यौहार के कारण अपने गांव चले गए थे। इस ऑपरेशन में रेंज स्तरीय साइक्लोनर टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें कई अनुभवी पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने बड़ी चालाकी और सूझबूझ से इस मामले को सुलझाया और आरोपी को गिरफ्तार किया।